Hindustan Special: पटना के इन इलाकों में जलजमाव का सबसे अधिक खतरा, तीसरी आंख से रखी जाएगी नजर
पटना में जलजमाव होना आम बात है। झमाझम बारिश हुई नहीं कि लोगों का घर से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। नगर निगम ने ऐसे 135 स्थान चिन्हित किए हैं जो जलजमाव के लिए ‘कुख्यात’ हो गए हैं।
तेज बारिश से पटना में जलजमाव होना आम बात है। झमाझम बारिश हुई नहीं कि लोगों का घर से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। नगर निगम ने शहर के ऐसे 135 स्थान चिहि्नित किए हैं जो जलजमाव के लिए ‘कुख्यात’ हो गए हैं। इन सभी स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से इन जगहों से निगरानी की जाएगी ताकि जलजमाव की स्थिति में जलनिकासी का काम जल्द से जल्द हो सके।
बारिश होने पर जलजमाव की स्थिति में क्षेत्र की सूचना संबंधित अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी और वॉकी टॉकी से लैस निगम कर्मियों को दी जाएगी। सूचना मिलते ही टीम संबंधित स्थल से कम से कम समय से जलनिकासी करेगी।
पाटलिपुत्र अंचल में सबसे अधिक 44 क्षेत्रों में जलजमाव
नगर निगम की ओर से चिह्नित जलजमाव वाले क्षेत्रों में सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में हैं। पाटलिपुत्र अंचल में नई बसावट वाले क्षेत्र अधिक हैं। ऐसे 44 क्षेत्र हैं, जहां जलजमाव होने की आशंका रहती है। वहीं दूसरे नंबर पर बांकीपुर अंचल है। यहां के 30 ऐसे स्थल हैं, जहां जलजमाव होता है। कंकड़बाग अंचल में 20, नूतन राजधानी अंचल में 20, पटना सिटी में 5 और अजीमाबाद अंचल में जलजमाव वाले 16 स्थलों को चिह्नित किया गया है।