Hindi Newsबिहार न्यूज़The ashes of Rahul who lost his life due to cloudburst were brought to Lakhisarai last farewell with military honors tomorrow

बादल फटने से जान गंवाने वाले राहुल की अस्थियां लखीसराय लाई गईं, सैन्य सम्मान के साथ कल अंतिम विदाई

हिमाचल प्रदेश के मनाली में बादल फटने से आई बाढ़ में जान गंवाने वाले सीमा सड़क संगठन के बीआरओ 23 वर्षीय राहुल की अस्थियां बुधवार की शाम लखीसराय लाई गईं। 11 नवंबर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम...

Yogesh Yadav लखीसराय। हिन्दुस्तान संवाददाता, Wed, 10 Nov 2021 10:14 PM
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हिमाचल प्रदेश के मनाली में बादल फटने से आई बाढ़ में जान गंवाने वाले सीमा सड़क संगठन के बीआरओ 23 वर्षीय राहुल की अस्थियां बुधवार की शाम लखीसराय लाई गईं। 11 नवंबर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।

आनंदविहार-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस से शाम करीब पांच बजे राहुल की अस्थियां लाने के बाद किऊल स्टेशन पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान लखीसराय जिला पुलिस के साथ ही रेल पुलिस और सीमा सड़क संगठन के मनाली से पहुंचे जवान भी मौजूद रहे। 

प्रशासनिक महकमे से एसडीओ संजय कुमार की अगुवाई में राहुल की अस्थियों को लखीसराय शहर के धर्मरायचक मुहल्ले में स्थित आवास पर ले जाया गया। सुबह केएसएस कॉलेज से अस्थी यात्रा निकाली जाएगी।

27 जुलाई को हुआ था हादसा

हिमाचल प्रदेश के मनाली स्थित लाहुल के तोजिंग नाले में 27 जुलाई की शाम को बादल फटने से आई बाढ़ में अपने बेटे को खोने वाले लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना अंतर्गत रामपुर निवासी रामानुज पाण्डेय का इंतजार साढ़े तीन महीने बाद खत्म हुआ है। 

रेस्क्यू अभियान में एक क्षत विक्षत शव मिला था। लोगों को रेस्क्यू करते हुए जान गंवाने वाले बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के जेई राहुल पांडेय का ही निकला। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद लाहुल स्पीति पुलिस ने राहुल की अस्थियां बीआरओ यूनिट को सौंप दी। वहां से 10 नवंबर की शाम अस्थियां लखीसराय जिले के किऊल स्टेशन लाई गई। 

साढ़े तीन महीने से हो रहा था इंतजार

लखीसराय अंतर्गत सूर्यगढ़ा थाना के रामपुर निवासी किसान पिता रामानुज पांडेय एवं मां रेखा देवी पिछले साढ़े तीन माह से अपने बेटे को लेकर असमंजस में थे। राहुल का शव अगस्त में ही मिल गया था। हालांकि शव के क्षत विक्षत होने के कारण पुलिस ने डीएनए जांच की बात कर शव परिजनों को नहीं दिया था और दाह संस्कार कर अस्थियां रख ली थी। 

लाहुल के तोजिंग नाले में आई बाढ़ में राहुल के साथ ही रेस्क्यू कार्य कर रहे जेसीबी चालक, हेल्पर एवं एक मजदूर भी लापता हो गया था। काफी प्रयास के बाद एक शव बरामद हुआ। इस पर सभी लापता के परिजन दावा कर रहे थे। ऐसे में बीआरओ के लिए मुश्किल पैदा हो गई और डीएनए जांच के बाद साफ हुआ कि बरामद शव जेई राहुल का ही है।

इसी साल बने थे बीआरओ का हिस्सा 

23 वर्षीय राहुल 12 अप्रैल 2021 को बीआरओ का हिस्सा बन गया था। राहुल अपने मां-पिता के इकलौता बेटे थे। राहुल से छोटी तीन बहन गीतांजली, कोमल भारती एवं विद्या कुमारी है। सेना में जेसीओ के पद पर कार्यरत चाचा विनय पांडेय भतीजा राहुल की तलाश में स्वयं लाहुल पहुंचे थे और बॉडी न मिलने तक वहीं रुके रहे थे। 

गांव में रह रहे चाचा धर्मेंद्र पांडे ने कहा कि पहले चाचा से डीएनए का मिलान किया गया, लेकिन रिपोर्ट सही नहीं आने के बाद राहुल की मां एवं पिता जी के खून का सैंपल लेकर डीएनए जांच हुआ। इसके बाद साफ हुआ कि बरामद शव राहुल का ही है। वह परिवार को एक होनहार सदस्य थे।

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