NEET पेपर लीक में तेजस्वी यादव के PS प्रीतम जांच एजेंसी के रडार पर, EOU करेगी पूछताछ
पूछताछ में ईओयू इस बात का पता लगाएगी कि पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु से प्रीतम यादव के कैसे रिश्ते हैं। तेजस्वी यादव पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के आरोपों पर भी जांच होगी।
NEET-UG परीक्षा 2024 पेपर लीक कांड में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव पर बीजेपी और जदयू के नेता गंभीर लगा रहे हैं क्योंकि उनके निजी सचिव और करीबी सहयोगी प्रीतम यादव भूमिका पर उंगली उठ रही है। अब प्रीतम यादव इस मामले में जांच कर रही एजेंसी आर्थिक अपराध इकाई ईओयू की रडार पर आ गए हैं। ईओयू कभी भी प्रीतम से पूछताछ सकती है। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया है कि पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु से प्रीतम यादव के करीबी रिश्ते हैं।
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस करके गुरुवार को बताया था कि NH के गेस्ट हाउस में प्रीतम ने जो कमरा बुक कराया था जिसमें सॉल्वर गैंग का सेटर सिकंदर यादवेंदु ठहरा था। इसी कमरे में सिकंदर के साले का बेटा और नीट परीक्षा का अभ्यर्थी अनुराग यादव भी रुका हुआ था। यह मामला आर्थिक अपराध इकाई के जांच के दायरे में शामिल हो गया है। ईओयू के अधिकारी इसी को लेकर प्रीतम से पूछताछ करने वाले हैं। इस केस में 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी पटना पुलिस भी सिकंदर और प्रीतम के कनेक्शन की जांच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्थिक अपराध इकाई एनएच के गेस्ट हाउस में सिकंदर के लिए कमरा बुक करने के मकसद से प्रदीप कुमार को कॉल किए जाने को लेकर पूछताछ हा करने वाली है। ईओयू इस बात का भी पता लगाने वाली है कि पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु और तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार यादव के बीच कैसा कनेक्शन है। इस बीच आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से ईओयू की टीम मुलाकात करेगी और अब तक के जांच में जो तथ्य और सबूत इकट्ठा किए गए हैं उसकी जानकारी दी जाएगी।
आर्थिक अपराध इकाई उन सात अभ्यर्थियों से पूछताछ करेगी जो नोटिस दिए जाने के बाद भी जांच एजेंसी के दफ्तर में उपस्थित नहीं हुए। बीते दिनों ईओयू ने नीट परीक्षा में शामिल हुए 9 अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को पूछताछ के लिए बुलाया। लेकिन, मात्र दो अभ्यर्थी पहुंचे जिन्होंने पूछताछ अपना गुनाह कबूल किया। एक अभ्यर्थी अनुराग यादव (सिकंदर यादवेंदु के साले का बेटा) ने बताया कि उसे कोटा से बुलाकर नीट परीक्षा की तारीख(5मई) से एक दिन पहले ही प्रश्न पत्र दे दिया गया और एक स्कूल में बैठाकर अन्य अभ्यर्थियों के साथ सभी प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए। अगले दिन वही सवाल सेम टू सेम परीक्षा में पूछे गए थे।