शिक्षक नियोजन का छठा चरण पूरा, प्राइमरी में 49 हजार पद खाली, हाई स्कूल भर्ती में भी निराशा
बिहार में शिक्षक नियुक्ति की छठवें चरण की नियोजन प्रक्रिया पूरी हो गयी है। पिछले 3 साल से बहाली प्रक्रिया चल रही है। छठवें चरण के तहत 1 लाख 22 हजार पदों में से करीब 79 हजार पद खाली रह गए।
बिहार में शिक्षक भर्ती के छठे चरण की नियोजन प्रक्रिया पूरी हो गयी है। राज्य की छूटी हुई नियोजन इकाइयों में अंतिम राउंड में नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। लेकिन छठे चरण में भी परिणाम पहले हुए पांच चरणों के नियोजन शिड्यूल की तरह ही निराशाजनक रहा। अंतिम चरण के कार्यक्रम में जिन नियोजन इकाइयों में प्रक्रिया चल रही थी, आरंभिक सूचना के मुताबिक वहां 300 शिक्षक भी शिक्षा विभाग को अंतिम रूप से नहीं मिल पाए।
प्राइमरी के 49 हजार पद रह गए खाली
छठवें चरण के तहत 1.22 लाख शिक्षक पदों में से करीब 79 हजार खाली रह गये हैं। इनमें प्रारंभिक के 49 हजार पदों के अलावा हाईस्कूल-प्लस टू के करीब 30 हजार पद शामिल हैं। जानकारों की मानें तो लम्बी चली नियोजन प्रक्रिया के चलते बड़ी संख्या में योग्य शिक्षक दूसरे राज्यों और अन्य कार्यों में लग गये, जिससे नियोजन का यह हाल हुआ।
तीन साल से चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
42 हजार से भी कम प्रारंभिक शिक्षक बहाल किये जा सके गौरतलब हो कि छठे चरण के तहत राज्य के 72000 प्रारंभिक विद्यालयों में 90 हजार 762 रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जुलाई 2019 में आरंभ हुई थी। दो-तीन बार में 41 हजार से कुछ अधिक शिक्षक नियुक्त किये जा सके थे। प्राथमिक निदेशालय ने सभी 9000 नियोजन इकाइयों में नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से 29 जुलाई 2022 को छूटी हुई नियोजन इकाइयों के लिए एक और नियुक्ति कार्यक्रम जारी किया था।
300 से भी कम की नियुक्ति
इसकी 75 नियोजन इकाइयों में 7 से 10 सितम्बर तक नियोजन पत्र बांटे जाने थे। इसके पूर्व 26 अगस्त को काउंसिलिंग के साथ-साथ प्रमाण पत्रों का मिलान होना था। योग्य अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग में कुल संख्या ही 300 से कम रही। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नियुक्ति पत्र कितनों को दिया गया होगा। हालांकि इसकी अंतिम रिपोर्ट अगले एक दो दिन में जिले विधिवत प्राथमिक निदेशालय को भेजेंगे। इस तरह कुल मिलाकर 90762 पदों में से 42 हजार से भी कम प्रारंभिक शिक्षक बहाल किये जा सके और इनके लगभग 49 हजार पद खाली रह गये।
जल्द हो सकती है सातवें चरण की शुरुआत
माध्यमिक, उच्च माध्यमिक की कुछ नियोजन इकाइयों को छोड़ दें तो राज्य की तमाम नियोजन इकाइयों में नियोजन का कार्यक्रम पूर्ण हो चुका है। शिक्षा विभाग भी अब छठे चरण को समाप्त करने की मंशा में है। विभाग के तत्कालीन मंत्री ने इसको लेकर घोषणा भी की थी और अभ्यर्थी भी लगातार सातवां चरण आरंभ करने की मांग कर रहे हैं। बताया जाता है कि शीघ्र ही विभाग की ओर से छठे चरण की समाप्ति की घोषणा की जा सकती है।