बिहार के स्कूल में 7वीं क्लास के छात्रों में चाकूबाजी, 3 स्टूडेंट अस्पताल पहुंचे
लखीसराय जिले के स्कूल में 7वीं क्लास के छात्रों के बीच चाकूबाजी हुई। जिसमें तीन छात्र बुरी तरह जख्मी हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिढ़ाने को लेकर छात्रों में विवाद चल रहा था।
बिहार के लखीसयराय जिले के बड़हिया में नगर के वार्ड संख्या के श्री कृष्ण मध्य विद्यालय में सोमवार को छात्रों के बीच हुई चाकूबाजी में तीन छात्र जख्मी हो गए। 7वीं क्लास के छात्रों के बीच विवाद हुआ था। स्कूल के प्राचार्य और शिक्षकों की मदद से सभी घायलों को तत्काल रेफरल अस्पताल लाया गया। जहां उनका उपचार किया गया। घायलों की पहचान 8वीं के छात्र ऋषभ कुमार, 7वीं के छात्र सुमित कुमार, और ऋषिकेश कुमार के रूप में हुई है।
ऋषभ के दाहिने हाथ पर, सुमित की पीठ पर चाकू से वार किए गए। जबकि ऋषिकेश के गर्दन और छाती पर वार किए गए। जिस कारण उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। चिकित्सा प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह ने सभी को खतरे से बाहर बताया है। सूचना पाकर उपचार के दौरान ही अस्प्ताल पहुंचे पुलिस बल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित छात्र को स्कूल से ही कब्जे में ले लिया गया। साथ ही घटना में प्रयुक्त चाकू को भी बरामद कर लिया गया। छात्र की पहचान 7वीं के छात्र मन्नू कुमार के रूप में हुई।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए स्कूल के प्राचार्य पुरुषोत्तम पुरिया ने बताया कि स्कूल में मध्यान भोजन चल रहा था। इसी दौरान छात्रों ने झगड़ा करते हुए घटना को अंजाम दिया। जिससे अवगत होते ही कक्ष में पहुंचकर जख्मियों को अस्प्ताल लाया गया। जानकारी के मुताबिक आपसी विवाद का कारण बच्चों का एक दूसरे को चिढ़ाना रहा। जिससे बढ़ी अनबन के बीच साथियों पर चाकू से वार कर घटना को अंजाम दिया गया। मन्नू ने बताया कि उसके साथियों द्वारा लंबे समय से उसे गैर जाति सूचक शब्दों के साथ संबोधन कर चिढ़ाया जा रहा था।
बीते दिनों के ग्रीष्मावकाश में भी सोशल साइट पर लिखित माध्यम से उसे चिढ़ाया गया था। जिसके लिए मैंने उसे मना भी किया। लेकिन चिढ़ाने का काम लगातार जारी रहा। आखिरकार वो बीते दो दिनों से चाकू के साथ स्कूल आ रहा था। सोमवार को हुए पलववके दौरान दोस्तों ने चिढ़ाया तो पहले विवाद हुआ, फिर उसने चाकू से दोस्तों पर वार कर दिया। वहीं स्कूली स्तर से बताया गया कि स्कूल परिसर से बाहर जब तब साथियों के साथ मारपीट और उदंडता करने की स्थिति में पांच महीने पूर्व भी मन्नू को स्कूल आने से मना किया गया था। हालांकि परीक्षा की तिथि जारी होने और अभिभावक द्वारा बच्चे के भविष्य का हवाला देने पर इसे स्कूल आने की इजाजत दी गई थी।
इस संबंध में थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने बताया कि आरोपित बच्चे को हिरासत में रखा गया है। पीड़ित छात्रों के अभिभावक अथवा शिक्षक वर्ग के द्वारा फिलहाल कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस अपने स्तर से छानबीन कर रही है। आवेदन प्राप्त होने के बाद उस अनुरुप आगे की कार्रवाई की जाएगी।