भारी बारिश से उफनाई सोन नदी; 5 लाख क्यूसेक पहुंचा जलस्तर, रोहतास समेत कई जिलों में रेड अलर्ट
झारखंड में हुई भारी बारिश से सोन नदी उफान पर आ गई है। ताजा जलस्तर 4 लाख क्यूसेक के पार चला गया है। रोहतास समेत कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इंद्रपुरी बराज के सभी 69 गेट खोल दिए गए
जलग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद सोन नद में उफान आ गया है। रविवार की रात नदी का जलस्तर बढ़कर 3 लाख क्यूसेक के पार हो गया है। महज 24 घंटे के अंदर सोन में पानी की मात्रा 10 गुनी बढ़ गई है। इससे सोन से जुड़े सभी तटबंधों पर भारी दबाव उत्पन्न हो गया है। ताजा जलस्तर 5 लाख क्यूसेक है। इधर, सोन के उफनाने से रविवार देर रात से पटना के दीघा से लेकर मुंगेर तक गंगा के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। दरअसल, शनिवार की रात सोन के इंद्रपुरी बराज पर जलस्तर मात्र 29 हजार क्यूसेक था, जो रविवार की रात बढ़कर 3.16 लाख क्यूसेक हो गया। और अब 5 लाख क्यूसेक के पार चला गया है।
सोन के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी भी जारी था। इसके बाद इंद्रपुरी बराज के सभी 69 गेट खोल दिए गए हैं। सोन नदी में अप्रत्याशित जलस्राव को देखते हुए जलसंसाधन विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही सोन के तटबंध की रात्रि पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है। विभाग ने तटबंध में रिसाव और कटाव की स्थिति में तत्काल मुख्यालय को सूचित करने का निर्देश इंजीनियरों व तटबंध सुरक्षाकर्मियों को दिया है। मुख्यालय स्थित बाढ़ कंट्रोल रूम हर घंटे रिपोर्ट ले रहा है। सोन से जुड़े नहरों में भी काफी पानी बढ़ गया है।
सोन का जलस्तर बढ़ने से बिहार-झारखंड की सीमा पर स्थित मधुकूपीया, अमहुआ व नावाडीह खुर्द सोनडीला पर पानी चढ़ गया है। इससे टीले पर करीब पचास लोग फंसे हैं। ये लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। नावाडीह खुर्द के चांद चौबे ने बताया कि छाती तक पानी आ गया है। इधर, सीओ हिंदुजा भारती ने कहा कि एसडीआरएफ को सूचना दी गई है। झारखंड में मूसलाधार बारिश के बाद पांच वर्षों से सूखी कररुआ नदी में रविवार सुबह बाढ़ का पानी आने से 300 एकड़ में लगी फसल डूब गई।
रेड़बिगहा रसलपुर के बीच में बना बियर में पानी के दबाव से सभी फॉलिंग शटर गिर दिया गया। जिसके कारण बहरामपुर छाती पंचायत के अरमल, बलवापर, बरही बिगहा, सिमाड़ी में तीन सौ एकड़ का धान की फसल डूब गया है। बियर से करीब दो फीट उपर पानी बह रहा है और धीरे धीरे खेतों में पानी भरते जा रही है। ऐसा माना जा रहा सोमवार की सुबह तक कररुआ नदी में पानी और बढ़ने की सम्भावना है। पिछले पांच वर्षों से कररुआ नदी सूखी थी।
पुनपुन के श्रीपालपुर में रविवार शाम 6 बजे तक पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे का निशान 50.60 मीटर से 1.67 सेंटीमीटर नीचे दर्ज किया गया। पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि पुनपुन नदी का जलस्तर शाम छह बजे 48.93 मीटर दर्ज किया गया है। उधर, अनुमंडल के नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुये संबंधित पदाधिकारयों को अलर्ट मोड में रहने व सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। वहीं दरधा नदी में सोमवार के दोपहर तक पानी आने की सम्भावना है।