नई व्यवस्था: हड़ताली मोड़ पर राहत, आयकर गोलंबर पर जाम
बेली रोड पर हड़ताली मोड़ के पास क्रॉसिंग बंद होने के बाद बोरिंग रोड मोड़ और आयकर गोलंबर के पास वाहनों का दबाव अचानक बढ़ गया है। खासकर सुबह 10 से 11 और शाम को पांच बजे से सात बजे परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।...
बेली रोड पर हड़ताली मोड़ के पास क्रॉसिंग बंद होने के बाद बोरिंग रोड मोड़ और आयकर गोलंबर के पास वाहनों का दबाव अचानक बढ़ गया है। खासकर सुबह 10 से 11 और शाम को पांच बजे से सात बजे परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। नई व्यवस्था में हड़ताली मोड़ के पास जाम की समस्या लगभग समाप्त तो हो गई है लेकिन बोरिंग रोड मोड़ से आयकर गोलंबर के पास नया जाम का प्वाइंट बन गया है। सोमवार को हड़ताली मोड़ के पास नई व्यवस्था का ट्रायल किया गया। अब क्रॉसिंग को स्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। यहां पक्का डिवाइडर बनाया जा रहा है ताकि वाहन एक लेन से दूसरे लेन में नहीं जा सकें।
ढाई घंटे तक परेशान रहे लोग
सोमवार की सुबह नौ बजे से 11.30 बजे तक बोरिंग रोड मोड़ और आयकर गोलंबर के पास जाम रहा। इसका मुख्य कारण था कि राजवंशीनगर मंदिर से जाने वाले वाहन सीधे बोरिंग रोड मोड़ के पास ही रुके। यहां क्रॉसिंग होने के कारण बेली रोड से बोरिंग रोड तथा बोरिंग रोड से बेली रोड आने-जाने वालों के कारण जाम हो गया। राजाबाजार की ओर से आने वाले वाहनों की रफ्तार इसी मोड़ पर कम हो रही है। यहां से आयकर गोलंबर के बीच में बेली रोड पर दो कट हैं। दोनों कट हाईकोर्ट की ओर जाते हैं। कट के कारण एक लेन से दूसरे लेन में वाहन आ-जा रहे हैं, इसीलिए समस्या और बढ़ गई है। इसी प्रकार माउंट कार्मेल स्कूल के पास खाली जमीन के पास अब भी काफी संख्या में व्यावसायिक वाहन खड़े किए जा रहे हैं, जिससे पूरा फुटपाथ जाम रहता है। नियोजन भवन के पास खाली जमीन पर अभी सड़क नहीं बनी है, इसीलिए भी जाम लग रहा है।
अधिकारी बोले
अधिकारियों का कहना है कि डाकबंगला से सगुना मोड़ तक एक-एक करके सभी सिग्नल को बंद कर दिया जाएगा ताकि जाम की समस्या समाप्त हो सके। प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर और डीएम कुमार रवि का कहना है कि कालांतर में बेली रोड पर वाहनों का परिचालन और सुगम हो जाएगा। चौड़ीकरण का काम चल रहा है। यह कार्य पूरा होने के बाद समस्या दूर हो जाएगी।
अपने ही जाल में फंस गये अधिकारी
17 अगस्त से शुरू अतिक्रमण अभियान में कई ऐसे मौके आए जब प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने नगर निगम के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। अतिक्रमण हटाने के दौरान आयुक्त और डीएम ने जब अतिक्रमणकारियों के कागजात की छानबीन की तो पता चला कि कई जगहों पर नगर निगम के अधिकारियों ने गलती की है। बेली रोड पर तारामंडल के पास संत रविदास आश्रम के लिए जमीन आवंटित की गई थी। जमीन पर आश्रम से जुड़ी गतिविधियां करनी थीं लेकिन आश्रम को आवंटित भूमि पर व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बना दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि जब कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा था तो उस समय नगर निगम के अधिकारियों ने क्यों नहीं रोक लगाई। बाद में कॉम्प्लेक्स से टैक्स भी वसूला जाने लगा। इससे स्पष्ट है कि निगम में अधिकारियों ने नियम को ताक पर रखने में अपने हिसाब से काम किया। इसी प्रकार विकास भवन के पास दो एकड़ जमीन अतिक्रमित कर ली गई थी। वहां बने स्थायी और अस्थाई निर्माण से नगर निगम टैक्स भी वसूल रहा था। आयुक्त और डीएम ने नगर निगम के अधिकारियों से जब पूछा तो कोई अधिकारी जवाब नहीं दे पाया। एक अधिकारी ने निगम के तैनात पहले के अधिकारियों के मत्थे आरोप मढ़ दिया। बोरिंग कैनाल रोड, बोरिंग रोड, राजाबाजार और एग्जीबिशन रोड में भी निगम के अधिकारियों की खामी उजागर हुई है।
क्या है विकल्प
बेली रोड पर बोरिंग रोड मोड़ और आयकर गोलंबर के बीच जाम की समस्या दूर करने के लिए यातायात व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने जिला प्रशासन को कुछ उपाय सुझाये हैं। इनमें बोरिंग रोड से नियोजन भवन तक बेली रोड के एक लेन को और 40 फुट चौड़ा करना है। पाकिंग की व्यवस्था करने, आयकर गोलंबर को छोटा करने और गोलंबर के पास स्थित फल मंडी को हटाने की बात भी कही गई है। बेली रोड की कुछ जगहों पर पार्किंग स्थल बनाने का सुझाव भी यातायात के अधिकारियों ने आयुक्त को दिया है। इससे लोग सड़क पर वाहन खड़े नहीं कर सकते हैं।