SHO हत्याकांड की जांच के लिए SIT का गठन, पशु तस्करों के खिलाफ FIR दर्ज
एसपी विनय तिवारी ने बताया है कि घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुट गयी है। मामले की जांच के लिए तीन विशेष टीम बनायी गयी है। एसआईटी का भी गठन किया है।
समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक नंदकिशोर की हत्या मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) ने संभाल ली है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, एसआइटी का नेतृत्व पटोरी और दलसिंहसराय के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) कर रहे हैं।
पुलिस अवर निरीक्षक नंदकिशोर की हत्या मामले में शामिल अपराधियों को चिह्नित कर लिया गया है। उन सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की सूचना पर एसआईटी छापेमारी कर रही है। समस्तीपुर के अलावा आसपास के जिलों में भी लगातार पुलिस की अलग-अलग टीमें भेजी गयी है जो विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, भैंस चोरी रोकने के दौरान खजूरी मोड़ में छापेमारी के दौरान चोरों ने ओपी प्रभारी नंदकिशोर पर गोली चला दी जो उनके चेहरे पर लगी। पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सोमवार रात करीब दो बजे छापेमारी के दौरान भैस चोरों ने मोहनपुर ओपी अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को गोली मार गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। ओपी अध्यक्ष के सिर व आंख में गोली लगी थी। जख्मी होने के बाद उन्हें आननफानन में दलसिंहसराय अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उन्हें बेगूसराय रेफर कर दिया था, लेकिन वहां से भी उन्हें पटना रेफर किया गया। जिसके बाद पटना ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गयी।
मोहनपुर ओपी क्षेत्र में कुछ दिनों से भैस चोर गिरोह सक्रिय था। चोर लगातार ओपी क्षेत्र में भैस चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे। जिससे पुलिस चोर गिरोह को पकड़ने की कोशिश में लगी हुई थी। इसी क्रम में सोमवार रात गुप्त सूचना मिलने पर मोहनपुर ओपी अध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम उजियारपुर थाना के शहबाजपुर गांव में छापेमारी करने गयी। ओपी अध्यक्ष दो पुलिस पदाधिकारी व पुलिस के दो जवान के अलावा तीन प्राइवेट चालकों की टीम के साथ उजियारपुर थाना के शहबाजपुर गांव स्थित बालू व सीमेंट के डिपो के पास पहुंचे। जहां पिकअप लगा भैस चोर गिरोह के दो दर्जन से अधिक सदस्य मौजूद थे। बताया गया है कि ओपी अध्यक्ष जैसे ही गाड़ी से उतरे अपराधियों ने उन पर गोली चला दी। ओपी अध्यक्ष की आंख व सिर में गोली लगी। जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गिर गये। उसके बाद चोर गिरोह के सभी सदस्य फरार हो गए।