दरभंगा के सिरहुल्ली की साइकिल गर्ल ज्योति ने पुरस्कार की राशि से कराई गरीब चचेरी बुआ की शादी
सिरहुल्ली की साइकिल गर्ल ज्योति ने पुरस्कार में मिली राशि में से 50 हजार रुपये खर्च कर अपनी गरीब चचेरी बुआ कविता के हाथ पीले कर सभी को हतप्रभ कर दिया है। उसके इस दूसरे नए कारनामे ने पुन: एक बार...
सिरहुल्ली की साइकिल गर्ल ज्योति ने पुरस्कार में मिली राशि में से 50 हजार रुपये खर्च कर अपनी गरीब चचेरी बुआ कविता के हाथ पीले कर सभी को हतप्रभ कर दिया है। उसके इस दूसरे नए कारनामे ने पुन: एक बार परिवार व समाज सहित देश-दुनिया का दिल जीत लिया है। इस संबंध में ज्योति ने बताया कि उसके दादाजी दो भाई थे। अपने दादा शिवनंदन पासवान और उनके भाई कारी पासवान। दोनों भाइयों का स्वर्गवास हो चुका है। उसकी अपनी दादी भी भगवान को प्यारी हो चुकी है। बची एक चचेरी दादी मोसमात लीला देवी लकवा से ग्रस्त और दिव्यांग होने के साथ ही अत्यंत गरीब है। उनकी तीन पुत्रों व तीन पुत्रियों में एक पुत्री कविता जो उसकी चचेरी बुआ है, वह कुंआरी थी। उसकी शादी के लिए उसकी दादी बेचैन रहती थी। ज्योति ने अपनी दादी की हालत देख उनकी एक पुत्री कविता कुमारी की शादी अपनी ओर से कराने का निर्णय लेकर अपने फैसले से पिता मोहन पासवान और मां को अवगत कराया। उसने अपने पिता से कहा कि वह अपनी ईनाम की राशि से एक बुआ की शादी कर अपनी बीमार चचेरी दादी के अरमान को पूरा करना चाहती है। बेटी की बात सुन माता-पिता ने ज्योति को गले लगा लिया। आनन-फानन में लड़के की खोज शुरू हुई। समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के नाथुद्वार गांव निवासी शिबू पासवान के पुत्र अरविन्द पासवान के साथ बीते 13 जून की रात अपनी बुआ कविता कुमारी की शादी दरभंगा में स्थित दुर्गा मंदिर में कराई।