22 जुलाई से श्रावणी मेला, मुख्य सचिव ने 5 जुलाई को मीटिंग बुलाई, बाबाधाम कांवड़ यात्रा पर फोकस
श्रावणी मेला 2024 की शुरुआत इसी महीने होने जा रही है। भागलपुर के सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ धाम से लाखों कांवर यात्री गंगाजल लेकर बाबा धाम देवघर जाएंगे।
श्रावणी मेले की शुरुआत 22 जुलाई से होने वाली है। बिहार के भागलपुर जिले में स्थित सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम में अब तक कांवरियों के लिए गंगा घाट तैयार करने का काम शुरू नहीं हो पाया है। यहां गंगा नदी के घाट खतरनाक बन गए हैं और बैरिकेडिंग भी टूट गई है। श्रावणी मेला शुरू होने से 10 दिन पहले ही कांवरियों का सुल्तानगंज पहुंचना शुरू हो जाएगा। ऐसे में प्रशासन के पास तैयारी में बहुत कम समय बचा है। बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा की अध्यक्षता में 5 जुलाई को श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर अहम बैठक भी होने वाली है। बता दें कि लाखों की संख्या में कांवरिये अजगैबीनाथ धाम से गंगा जल लेकर झारखंड के देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ धाम तक जाते हैं।
सुल्तानगंज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को यहां गंगा का जलस्तर 26.77 मीटर था, जो सोमवार सुबह बढ़कर 26.91 मीटर हो गया। जलस्तर बढ़ने के कारण अजगैबीनाथ मंदिर घाट, सीढ़ी घाट खतरनाक बनते जा रहे हैं। गंगा किनारे मिट्टी धंस रही है। नगर परिषद द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लगवाए गए बांस बैरिकेड ध्वस्त हो चुके हैं।
श्रावणी मेला भले ही 22 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। मगर काफी संख्या में कांवरियों का यहां आना मेला उद्घाटन के पहले ही शुरू हो जाता है। यहां गंगा घाट श्रावणी मेला में बाढ़ प्रमंडल भागलपुर द्वारा बनाया जाता है। जो अब तक शुरू नहीं किया है। बैरिकेडिंग के पूर्व घाट समतलीकरण करने में भी समय लगता है। अब तक समतलीकरण का भी कार्य शुरू नहीं किया जा सका है।
अजगैबीनाथ गंगा घाट पर पंडित गोपाल मिश्र ने बताया कि बंगला सावन 16 जुलाई से प्रारंभ होने के कारण बंगाल से आने वाले कांवरिया इससे पहले ही आने लगेंगे। प्रशासन द्वारा लगाए गए बांस बैरिकेडिंग भी ध्वस्त हो गए हैं। नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। अब तक घाट निर्माण कार्य संबंधित विभाग द्वारा प्रारंभ नहीं किया गया है।
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल भागलपुर के जेई पितांबर चौधरी ने बताया कि मंगलवार से कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। काम कराने के दौरान जहां-जहां अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता होगी, उसे सीओ से संपर्क कर हटवाया जाएगा। 15-16 जुलाई तक गंगा घाट सुव्यवस्थित कर लिया जाएगा।
गंगा में प्रवेश करने से श्रद्धालु भय खाते हैं
गंगा घाट पर स्नान कर रहे श्रद्धालु सुमित कुमार ने बताया कि कि जलस्तर बढ़ने से घाट पर मिट्टी का धंसना गिरने से घाट खतरनाक सा बन गया है। उनका कहना था कि समतलीकरण कर घाट को सुदृढ़ और सुव्यवस्थित करने की जरुरत है। वहीं स्थानीय दुकानदार पवन यादव का कहना है कि गंगा स्नान के लिए गंगा में प्रवेश करने से श्रद्धालु भय खाते हैं। घाट खतरनाक हो गया है।
मुख्य सचिव 5 को श्रावणी मेले पर करेंगे बैठक
बिहार राज्य में श्रावणी मेला के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इसकी तैयारी को लेकर 5 जुलाई को राज्य के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा की अध्यक्षता में विशेष बैठक होगी। इसमें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों के अलावा प्रमंडलीय आयुक्त, पटना, भागलपुर, सारण, जमुई समेत अन्य संबंधित जिलों के डीएम एवं एसपी समेत अन्य सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे।
बैठक में तैयारी को लेकर विस्तृत समीक्षा की जाएगी, ताकि कांवरियों को रास्ते में किसी तरह की समस्या नहीं हो। सुरक्षा से लेकर सभी मूलभूत चीजों की व्यवस्था पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। उधर, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसके आयोजन को लेकर अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
राज्य में सुल्तानगंज समेत 16 जगहों पर श्रावणी मेला का आयोजन किया जाता है। इन सभी स्थानों पर तमाम मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने पर मंथन किया जा रहा है। इसे लेकर सभी संबंधित जिलों को जल्द ही विभाग के स्तर से आवंटन भी जारी कर दिया जाएगा।