Samadhan Yatra: जीविका दीदियों का काम देख बोले सीएम नीतीश, कहा- घर-परिवार के विकास में भर रहीं रंग
सीएम नीतीश कुमार रविवार को समाधान यात्रा के तहत कैमूर पहुंचे। जहां उन्होने जीविका दीदियों के काम को बारीकी से देखा। काम पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि घर-परिवार के विकास में रंग भर रही हैं महिलाएं।
कैमूर में समाधान यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कोचाड़ी में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण करने के दौरान जीविका परियोजना के सीईओ राहुल कुमार को निर्देश दिया। उन्होने कहा कि वह जीविका दीदी को स्वास्थ्य सेवा के लिए ट्रेनिंग दिलवाएं। मुख्यमंत्री ने यह बात तब कही जब भगवानपुर की जीविका दीदी धर्मशीला देवी ने उन्हें जानकारी दी कि वह अस्पताल में आनेवाले मरीजों को बीमारी के हिसाब से संबंधित चिकित्सक से स्वास्थ्य जांच कराने के लिए भेजती हैं। पर्ची काउंटर, दवा काउंटर चिकित्सक कक्ष के बारे में भी मरीजों को जानकारी देती है।
नीतीश बोले कितना बढ़िया काम कर रही हैं महिलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप इन्हें प्रशिक्षित कराइए। इनकी सेवा उप स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी ली जा सकती हैं। कैमूर में यह अच्छा काम कर रही हैं। वह विकास कर रही हैं। परिवार के साथ खुशहाल हैं। इनके लिए और बेहतर क्या किया जा सकता है, इसकी मैं समाधान यात्रा के तहत समीक्षा कर रहा हूं। प्लान बनाया जाएगा। देख लीजिए स्टॉल पर इनके द्वारा तैयार चीजें सजी हैं। कितना बढ़िया कर रही हैं। साड़ी, कालीन, सब्जी, फल की खेती कर रही हैं। मुर्गा, पशुपालन का काम कर रही हैं।
जीविका दीदियों की विकास में भागीदारी बढ़ी
सीएम नीतीश ने कहा कि जो महिला पहले कुछ नहीं करती थीं, वह जीविका से जुड़कर सत्तू, बेसन, अचार, शहद तैयार कर रही हैं। साड़ी, कालीन और दरवाजे पर रखे जानेवाले पैड बना रही हैं। कुछ जीविका दीदी तो शृंगार, किराना, नाश्ता की दुकानें भी खोल ली हैं। डैडीवियर, गुड़िया के अलावा घरों को सजाने वाला समान भी इनके द्वारा बनाया जा रहा है। मैं इन्हें बधाई देता हूं। इनके द्वारा तैयार चीजें सिर्फ यहीं नहीं, दूसरी जगहों पर भी खूब बिक रही हैं। सतत जीविकापार्जन योजना इनके घर-परिवार के विकास में रंग भर रही है।
महिला की स्थिति में बड़ा बदलाव आया
पहले ग्रामीण महिलाओं की माली हालत खराब थी। लेकिन, अब काफी सुधार हुई है। देखिए, धर्मशीला ने बेटी ज्योति कुमारी को एएनएम की नौकरी दिलवा दी। एक बहू पुष्पा देवी को एएनएम व दूसरी बहू को जीएनएम की पढ़ाई करा रही हैं। धर्मशीला ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद जब हाथ में पैसे आने लगे तब नौकरी मिलनेवाली पढ़ाई बहू-बेटियों को करा रही है। बहू-बेटी में कोई अंतर नहीं समझती। ऐसा ही होना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान कई गावों में घूम-घूमकर विकास कार्यों का जायजा लिया