Hindi Newsबिहार न्यूज़Scam in Bihar Agriculture Road Map RJD leader Sudhakar Singh said investigation will wake up Nitish Kumar

बिहार कृषि रोड मैप में हुआ घोटाला? आरजेडी नेता सुधाकर सिंह बोले- जांच से खुलेगी नीतीश कुमार की नींद

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी नेता सुधाकर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कृषि रोड मैप में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है, इसलिए सबसे पहले सरकार को कृषि रोड मैप की जांच करवानी चाहिए।

Malay Ojha हिन्दुस्तान, पटनाSun, 18 Feb 2024 04:20 PM
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से आरजेडी कोटे के कई विभागों की जांच कराने की घोषणा की गई है। इस बीच पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी नेता सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सूबे में लागू किए गए कृषि रोड मैप की जांच की मांग की है। रविवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट शेयर कर सुधाकर सिंह ने लिखा है कि पिछले तीन कृषि रोड मैप के जांच से शायद आपकी (नीतीश कुमार) नींद खुले कि तीन कृषि रोड मैप कैसे केवल भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गया। पिछले तीन कृषि रोड मैप से किसानों को फ़ायदा तो नहीं हुआ लेकिन ये फ़ायदा किसको हुआ हैं ये बिहार की आम आवाम से सामने ज़रूर आना चाहिए। 

अपने पोस्ट में सुधाकर सिंह ने लिखा हे कि बिहार सरकार पिछली सरकार के कई विभागों की जांच करवाना चाहती है, अच्छी बात है जांच करवाइए लेकिन कृषि विभाग में मेरे द्वारा लिखा हुआ पीत पत्र भी ज़रूर देखिएगा और पिछले तीन कृषि रोड मैप का भी जांच ज़रूर करवाइयेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में वर्ष 2008 से अभी तक चार कृषि रोड मैप लागू किए गए हैं। कृषि रोड मैप के तहत जो कुछ भी सरकार की योजनाएं थीं, वह पूरी तरह से फेल रही है।

सुधाकर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कृषि रोड मैप में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है, इसलिए सबसे पहले सरकार को कृषि रोड मैप की जांच करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार हम सरकार में रहकर भी सरकार को पीत पत्र भी लिखा था लेकिन उसको लेकर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया था। अब जब कई विभागों की जांच सरकार करवा रही है तो मांग करेंगे कि कृषि विभाग में कृषि रोड मैप की जांच भी अवश्य होनी चाहिए, क्योंकि वर्ष 2008 से बिहार में कृषि रोड मैप लागू किया गया और यह चौथा कृषि रोड मैप है। पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने एक्स पर एक पत्र साझा किया है, जिसमें उन्होंने कृषि रोड मैप की जांच की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि कृषि रोड मैप के तहत किए गए कार्यों का मूल्यांकन होना चाहिए।

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