पथ निर्माण मंत्री ने किया गांधी सेतु निरीक्षण, बताया कब पूरा होगा पूर्वी लेन
उत्तर से दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला राज्य का प्रमुख पुल महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का काम मार्च 22 तक पूरा कर लिया जाएगा। पूर्वी लेन को समय पर पूरा करने के लिए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने...
उत्तर से दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला राज्य का प्रमुख पुल महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का काम मार्च 22 तक पूरा कर लिया जाएगा। पूर्वी लेन को समय पर पूरा करने के लिए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने एजेंसी को आवश्यक निर्देश दिया है। गौरतलब है कि अभी पश्चिमी लेन से गाड़ियों की आवाजाही हो रही है।
पथ निर्माण मंत्री ने गुरुवार को गांधी सेतु के पूर्वी लेन की मरम्मत कार्य को विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा सहित अन्य अधिकारियों के साथ देखा। हाजीपुर छोर से निरीक्षण शुरू कर पटना सिटी छोर तक जायजा लेने के बाद मंत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। कहा कि महात्मा गांधी सेतु राजधानी पटना और उत्तरी बिहार के बीच एक प्रमुख कड़ी है। आर्थिक के साथ ही सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों के लिए मुख्य मार्ग यही है।
1982 में बने इस पुल के रखरखाव पर अधिक पैसा खर्च होने के कारण ही पुल के सुपर स्ट्रक्चर को बदला जा रहा है। अप्रैल 2016 में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मौजूदा चार लेन सेतु के सुपर स्ट्रक्चर के नए सिरे से मरम्मत का निर्णय लिया।
इसी के तहत पश्चिमी लेन यानि अपस्ट्रीम भाग का पुनस्थार्पन कार्य पूरा किया जा चुका है। 31 जुलाई 20 को पश्चिमी लेन का उद्घाटन हुआ और गाड़ियों की आवाजाही शुरू है। डाउन स्ट्रीम यानि पूर्वी लेन हिस्से का कार्य नवंबर 20 में शुरू किया गया है। इस कार्य को 31 मार्च 22 तक पूरा होने की संभावना है। अब तक डाउन स्ट्रीम लेन के तोड़ने का काम लगभग पूरा हो चुका है और सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
निरीक्षण के क्रम में पथ निर्माण मंत्री को एजेंसी की ओर से सुपर स्ट्रक्चर के निर्माण की तकनीकी जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से घोषित सवा लाख करोड़ के बिहार पैकेज के तहत गांधी सेतु की मरम्मत के लिए 1300 करोड़ का आवंटन किया गया है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के किसी भी स्थान से अधिकतम पांच घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य तय किया है। गांधी सेतु की मरम्मत का कार्य पूरा होने के बाद उस लक्ष्य को पाने में सहायता मिलेगी। अब तक पूर्वी लेन में स्पैन सिगमेंट का 93 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। पियर कैप का लगभग 50 फीसदी काम पूरा हुआ है।
24 तक बन जाएगा नया पुल
वहीं मंत्री ने गांधी सेतु के समानांतर बन रहे चार लेन पुल का भी निरीक्षण किया। इस पुल की एप्रोच सहित कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर है जिसमें मुख्य सेतु 5.63 किमी तो 7.05 किमी सड़क है। निर्माणाधीन लेन में एक फलाईओवर तो चार छोटे पुल भी बनाए जाने हैं। इसके अतिरिक्त 21 किमी सर्विस रोड का भी निर्माण किया जाना है। साल 2024 तक इस पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसकी लागत लगभग 2926 करोड़ है। निरीक्षण के दौरान विभाग के अभियंताओं में नीरज सक्सेना, अमरेन्द्र कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।