बक्सर कांड में खुलासा: पिता ने पहले बेटी को मारी गोली, फिर जला दिया
इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढ़ा में युवती हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने युवती की मां-पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, पिता ने ही अपनी बेटी को गोली मारी थी और बाद में शव को जला...
इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढ़ा में युवती हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने युवती की मां-पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, पिता ने ही अपनी बेटी को गोली मारी थी और बाद में शव को जला दिया था। पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेज दिया है। बता दें कि तीन दिसम्बर की सुबह इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढ़ा गांव के समीप युवती का अधजला शव मिला था। युवती को गोली मारने के बाद साक्ष्य छुपाने की नीयत से जला दिया गया था। घटना के बाद से चौतरफा दबाव के कारण पुलिस ने मामले का उद्भेदन के लिए इनाम की घोषणा के साथ ही स्पेशल टीम का गठन किया था।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मामले में रोहतास जिले के दिनारा थाना क्षेत्र के भुई गांव से आरोपित पिता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता की पत्नी शर्मिला देवी और पुत्र मुकेश कुमार को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मंगलवार को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका के पिता महेन्द्र प्रसाद डुमरांव से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने शव का पहचान चप्पल व बिछिया के माध्यम से कर लिया। शव महेन्द्र की पुत्री ईन्दु उर्फ रानी के रूप में हुई।
हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवॉल्वर बरामद
बक्सर जिले के इटाढ़ी थाना क्षेत्र कुकुढ़ा गांव के समीप बधार में युवती के मिले अधजले शव का राज का खुलासा हो गया है। नवविवाहिता युवती की पहचान रोहतास जिले के दिनारा की युवती के रूप में हुई है। उसकी हत्या गोली मारकर करने के बाद शव को जलाकर पहचान मिटाने की कोशिश उसके अपने पिता व परिजनों ने ही की थी।
उसके साथ रेप की बात बिल्कुल ही नहीं थी। हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका की मां शर्मिला देवी, पिता व रिटायर फौजी महेन्द्र प्रसाद गुप्ता और भाई मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने एक मोबाइल, एक लाइसेंसी राइफल और 9 कारतूस बरामद किया। हत्याकांड में प्रयुक्त बाइक को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पूछताछ में मामला हॉरर किलिंग की बात सामने आई है।
दिनारा के भुई गांव की रहने वाली थी मृतका
मृत युवती दिनारा थाना क्षेत्र के भुई गांव के महेन्द्र प्रसाद की पुत्री इंदु देवी उर्फ रानी थी। एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि महेन्द्र ने रानी की शादी 2018 में डुमरांव के सूरजभान प्रसाद गुप्ता के साथ 5 मार्च को हुई थी। शादी के तीसरे ही दिन रानी ससुराल से मायके लौट आई। मायके में वह एक युवक से प्यार करती थी। रानी ने जब युवक पर शादी का दबाव डाला तो युवक शादी से मुकर गया। इसके बाद से रानी हरसमय परेशान रहती थी। रानी जबतब घर से गायब भी हो जाती थी। बेटी के बदले व्यवहार के कारण महेन्द्र परेशान होने लगा। और उसने हत्या की साजिश रच दी। गत दो दिसम्बर की शाम रिटायर फौजी अपनी पुत्री रानी को बोधगया ले जाने की बात कह मोटरसाइकिल से बक्सर के लिए निकला। बाइक उसका पुत्र मुकेश चला रहा था और पिता और पुत्री पीछे बैठे थे। महेन्द्र की साजिश में उनका भगीना भी साथ दे रहा था। पूर्व नियोजित साजिश के तहत कुकुढ़ा बधार में युवती की गोली मार हत्या कर दी गई।
चप्पल व बिछिया से हुई मृतका की पहचान
पुलिस गुप्त सूचना के बाद मृतका के घर दिनारा थाने के भुई पहुंची। पुलिस ने मृतका के शव से मिले चप्पल और घटनास्थल से बरामद बिछिया उसकी मां और बहन को दिखाया। परिजनों ने चप्पल और बिछिया के आधार पर पहचान की। पहचान होने के बाद पुलिस मां और भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ करने लगी। इसके बाद पूरी घटना का राज खुलकर सामने आ गया। मृतका के परिजनों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डीएनए जांच के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी जाएगी।
हत्या को अंजाम देकर पिता कर रहा था ड्यूटी
कुकुढ़ा कांड के मुख्य आरोपित मृतका का पिता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता फौज से रिटायर होने के बाद धनसोई थाना क्षेत्र के इटढ़िया गांव स्थित इलाहाबाद बैंक में गार्ड की नौकरी करता था। मिली जानकारी के अनुसार एक दिसम्बर को ड्यूटी करने के बाद उसने घर लौटकर घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद से लगातार अपनी ड्यूटी पर जाता रहा ताकि किसो को कुछ शक नहीं हो। बताया जाता है कि सोमवार को अचानक करीब तीन बजे तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर ड्यूटी से गायब हो गया था।
मामले में कई तरह की कयासबाजी
दिनारा थाना क्षेत्र के भुई गांव के निवासी महेन्द्र कुमार साह की पुत्री इंदु उर्फ रानी के शव की पहचान के बाद कई तरह की कहानियां सामने आ रही है। मामला उजागर हुआ कि महेन्द्र ने अपनी बड़ी पुत्री की शादी बक्सर के डुमरांव में तय की थी। लेकिन युवती शादी से पहले ही घर से फरार हो गई। पिता अपनी इज्जत बचाने के लिए दूसरी पुत्री की शादी उस लड़के से कर दिया। महेंद्र शादी के बाद से अपनी बड़ी पुत्री की तलाश कर रहा था। जब घर से फरार बड़ी बेटी हाथ लगी तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। शव को पेट्रोल छिड़क के जला दिया। पुलिस के अनुसार महेन्द्र की पत्नी के अलावे घर का कोई सदस्य भी इस घटना को नहीं जान रहा था।