बिहार है जो झेल रहा है; नीतीश संयोजक नहीं बने तो आरसीपी ने ली चुटकी- जेडीयू अध्यक्ष किसी काम के नहीं
आरपीसी ने कहा कि संयोजक का काम होता है सभी दलों के बीच सामंजस्य स्थापित करना। लेकिन उन्हें जब माइक दिया जाएगा तो पता नहीं क्या बोल देंगे। पिछले दिनों दुनिया ने देखा कि जनसंख्या नियंत्रण पर क्या बोल गए
शनिवार को इंडिया गठबंधन की वर्चुअल मीटिंग हुई। पांचवी बैठक में 28 में से 10 दलों के नेता ऑनलाइन शामिल हुए। इसमें नीतीश कुमार को संयोजक बनने का प्रस्ताव भी आया लेकिन राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के बहाने ऑब्जेक्शन डाल दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने संयोजक नहीं बनने पर बड़ी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब किसी काम के नहीं रहे।कहा कि इंडिया गठबंधन में कोई तालमेल न है और न होगा।
पत्रकारों ने आरपी सिंह से पूछा नीतीश कुमार ने संयोजक बनने से इनकार कर दिया है, इस पर क्या कहेंगे? जवाब में आरसीपी सिंह ने कहा नीतीश कुमार की शारीरिक और मानसिक स्थिति ऐसी हो गई है कि उन्हें किसी भी बड़ी जिम्मेदारी में नहीं रखा जा सकता है। यह बात इंडिया गठंधन के नेता जानते हैं। यह तो बिहार ही है जो उनको जेल रहा है। आरसीपी ने दावा किया कि इंडिया गठबंधन में ना कोई ताल है और ना कोई मेल है और ना कभी होगा। इसमें शामिल सभी दलों के कार्यक्रम, विचारधारा और सोच में कोई एकरूपता नहीं है। सभी पार्टियों का अलग-अलग एजेंडा है। किसी को अपना परिवार आगे बढ़ाना है तो किसी को अपना वंश चलना है तो किसी को भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को बचाना है।
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आरपीसी ने कहा कि संयोजक का काम होता है सभी दलों के बीच सामंजस्य स्थापित करना। लेकिन उनके सामने जब माइक दिया जाएगा तो पता नहीं क्या बोल देंगे। पिछले दिनों दुनिया ने देखा कि जनसंख्या नियंत्रण पर विधान सभा में क्या बोल गए। विधान परिषद में भी उसी बात को दोहराया। सदन में जीतनराम मांझी पर कैसे झल्ला पड़े। यह सब लोग देख रहे हैं। इसलिए मना करने का कोई महत्व नहीं है। इससे पहले बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें सीरियसली संयोजक बनने के लिए कहा गया था क्या? अगर बात ऐसी है तो