निजी कंपनियों की मदद से बिहार के इन 3 जिलों में रेलवे कॉलोनी बनेगी हाईटेक, बनाए जाएंगे शॉपिंग कांप्लेक्स
सहरसा, दरभंगा और मुजफ्फरपुर की रेलवे कॉलोनी हाईटेक बनेगी। रेलवे कॉलोनियों के विकास का जिम्मा रेल मंत्रालय के रेल भूमि विकास प्राधिकरण को दिया गया है। रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने सहरसा के पूर्वी रेलवे...
सहरसा, दरभंगा और मुजफ्फरपुर की रेलवे कॉलोनी हाईटेक बनेगी। रेलवे कॉलोनियों के विकास का जिम्मा रेल मंत्रालय के रेल भूमि विकास प्राधिकरण को दिया गया है। रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने सहरसा के पूर्वी रेलवे कॉलोनी, दरभंगा के दीवाना तकिया कॉलोनी और मुजफ्फरपुर के ब्रहपुरा कॉलोनी के पुनर्विकास के लिए आर्किटेक्चरल और रियल एस्टेट कंसल्टेंसी चयन के लिए बिड निकाल दिया है।
चयन के प्रस्ताव से संबंधित आरएफपी दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि 26 फरवरी निर्धारित की गई है। बताया जा रहा है कि आर्किटेक्चरल और रियल एस्टेट कंसल्टेंसी सर्वे कर नक्शा तैयार करेगी कि कौन सी जगह नए रेल क्वार्टर और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए उपयुक्त है। कहां मनोरंजन भवन, पार्क सहित अन्य जरूरी चीजें बनाई जाय। नक्शे का अध्य्यन करते रेल भूमि विकास प्राधिकरण(आरएलडीए) निजी भागीदारी के तहत पुनर्विकास का काम कराएगी। रेलवे कॉलोनी में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल निर्माण किए जाएंगे। नए रेलवे क्वार्टर बनाए जाएंगे। पुराने रेलवे क्वार्टर का पुनर्विकास किया जाएगा। रेल अधिकारी का कहना है कि नक्शा व डिजायन तैयार होने के बाद कौन-कौन से काम होंगे उस संबंध में सही पता चल पाएगा।
कितने क्वार्टर और जमीन खाली भेजी सूची
सहरसा, दरभंगा और मुजफ्फरपुर के चयनित रेलवे कॉलोनियों में कितनी खाली जमीन और क्वार्टर बने है इस संबंध में रेल भूमि विकास प्राधिकरण को पूर्व मध्य रेल मुख्यालय से सूची भेजी जा चुकी है। पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल के पूर्वी रेलवे कॉलोनी सहरसा में, दीवाना तकिया कॉलोनी दरभंगा और सोनपुर मंडल के ब्रहपुरा कॉलोनी मुजफ्फरपुर में जमीन और खाली क्वार्टर के बारे में रिपोर्ट दे दी गई है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि उल्लेखित जमीन पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त है।
लीज पर प्रायवेट कंपनियों को देने की योजना
लीज पर रेलवे कॉलोनियों की खाली जमीन को देकर कॉलोनी के पुनर्विकास के साथ रेलवे कमाई का जरिया विकसित करना चाहती है। रेलवे की सोच है कि इस व्यवस्था से रेलवे कॉलोनी मेंटेन रहेगा और राजस्व भी मिल जाएगा। बता दें कि रेल भूमि विकास प्राधिकरण रेल मंत्रालय के अधीन एक सांविधिक प्राधिकरण है। जिसकी स्थापना राजस्व अर्जन के उद्देश्य से रेलवे की जमीन का वाणिज्यिक विकास के लिए किया गया है।
कॉलोनी के लोगों को आवासीय परिसर में मिल जाएगा बाजार
रेलवे कॉलोनी में रह रहे लोगों को आने वाले दिनों में आवासीय परिसर में बाजार मिल जाएगा। उन्हें सामग्रियों की खरीददारी के लिए बाजार जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बाजार आने जाने में लगने वाले समय बचेंगे।
फायदा तो परेशानी भी बनेगी
रेलवे कॉलोनी परिसर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल जैसी सुविधा उपलब्ध होने का फायदा तो नुकसान भी होगा। रेलवे कॉलोनी में रहने वालों की माने तो शापिंग, मॉल जैसी व्यवस्था के बाद परिसर में बाहरी लोगों की गतिविधि बढ़ जाएगी। उससे असुरक्षा का माहौल बनेगा। परिसर अभी की तरह से खाली-खाली और हरा भरा नहीं दिख पाएगा। अपार्टमेंट जैसी सुविधा के बाद अभी तरह का आवासीय क्वार्टर नहीं रह पाएगा।
अधिकारी बोले टेंडर निकलने के बाद दो साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट
समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीईएन कॉ-कॉर्डिनेशन आर. एन. झा ने कहा कि रेल भूमि विकास प्राधिकरण समस्तीपुर मंडल के पूर्वी रेलवे कॉलोनी सहरसा और दीवाना तकिया कॉलोनी दरभंगा का पुनर्विकास करेगी। पुनर्विकास कार्य के तहत शापिंग कॉम्प्लेक्स और नए क्वार्टर बनाए जाएंगे। पुराने क्वार्टरों का पुनर्विकास किया जाएगा। कौन-कौन से कार्य होंगे उसका आर्किटेक्ट और कंसल्टेंट एजेंसी नक्शा तैयार करेगी। आरएलडीए से टेंडर अवार्ड होने के बाद दो साल में इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित होगा।