प्रशांत किशोर के अभियान से लालू यादव की पार्टी में हड़कंप, आरजेडी नेताओं को जगदानंद की चेतावनी
प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से लालू यादव की पार्टी आरजेडी में हड़कंप मचा हुआ है। आरजेडी ने जनसुराज से जुड़ने वाले पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है।
चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में मचा हुआ है। दरअसल, विभिन्न जिलों में आरजेडी के कई कार्यकर्ता पीके के जनसुराज से जुड़ रहे हैं। इस पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने चेतावनी भरा पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि पीके के जनसुराज संगठन को एक राजनीतिक दल बताया और कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बी टीम है। जगदानंद का यह पत्र राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
दरअसल, आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नाम से शनिवार को जारी एक पत्र सामने आया। इसमें उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता जनसुराज पार्टी के सदस्य बन रहे हैं, जो चिंता का विषय है। जनसुराज एक राजनीतिक पार्टी है जिसके संस्थापक प्रशांत किशोर हैं। यह बीजेपी और देश के धर्मावलंबी लोगों के द्वारा संचालित और वित्तीय पोषित है।
जगदानंद सिंह ने आरजेडी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं। पीके की मंशा आरजेडी को कमजोर करने और बीजेपी की शक्ति को बढ़ाने की है। जिन लोगों का लालू यादव के सामाजिक न्याय और महात्मा गांधी, पेरियार, ज्योतिराव फूले, कर्पूरी ठाकुर और जेपी नारायण के विचारों से वास्ता है, वे दल विरोधी काम न करें। नहीं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
2 अक्टूबर को जनसुराज पार्टी का गठन, बिहार चुनाव भी लड़ेंगे पीके
प्रशांत किशोर बीते पौने दो साल से बिहार में जनसुराज पदयात्रा निकाल रहे हैं। इसके जरिए वे कई जिलों में प्रखंडों और पंचायतों का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में उनसे कार्यकर्ता जुड़ रहे हैं। पिछले दिनों पीके ने ऐलान किया था कि वे आगामी दो अक्टूबर को अपने जनसुराज अभियान को जनसुराज पार्टी में बदलेंगे और नए राजनितिक दल का गठन करेंगे। उनकी पार्टी अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ेगी।