बिहार में पुलिसिया कहर, महिला और युवक की पिटाई से मौत के लगे आरोप; जानें पूरा मामला
बिहार पुलिस पर हत्या के आरोप लगे हैं, गोपालगंज में एएसआई पर महिला की पिटाई से मौत का आरोप लगा तो वहीं कटिहार में थाने के अंदर युवक की पिटाई के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। दोनों मामलों की जांच जारी
बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग गया है। दो जिलों की पुलिस पर पिटाई से मौत के आरोप लग रहे हैं। पहला मामला गोपालगंज जिले के जादोपुर थाने के बरईपट्टी गांव का है। जहां दो पक्षों में आपसी विवाद में हुई मारपीट के बाद मामले की जांच करने पहुंचे एएसआई ने महिला की पिटाई कर दी। घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस की कार्रवाई के विरोध में परिजनों ने जादोपुर थाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया और आगजनी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया। अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह मामला शांत हुआ।
पुलिस की पिटाई से महिमा की मौत
दरअसल बरईपट्टी गांव के रहने वाले रामा बैठा और पड़ोसियों के बीच हुई थी। दूसरे पक्ष ने इस मामले की शिकायत पुलिस थाने में की थी। जिसकी सूचना पर जादोपुर थाने के एएसआइ संतोष कुमार जांच करने पहुंचे थे। लोगों का आरोप है कि एएसआइ ने रामा बैठा की पत्नी माया देवी की पिटाई कर दी। जिसकी वजह से उनकी अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में सदर एसडीपीओ संजीव कुमार का कहना है कि पुलिस की पिटाई से महिला की मौत होने का आरोप परिजन लगा रहे हैं। हं महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एसपी की देखरेख में पूरे मामले की जांच की जा रही है।
थाने में लड़के को पीटा, अस्पताल में मौत
वहीं दूसरा मामला कटिहार जिले का है। जहां पोठिया के रहने वाले उदय यादव ने स्थानीय सरंपच पति और पुलिस थानेदार पर बेटे को मीटकर मार देने का आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि उनका बेटा बाला बाइक से अपने दोस्ते के साथ शादी में शामिल होने गया था। इसी दौरान उसका एक्सीटेंड हो गया। बाइक पर पीछे बैठे लड़के चोट आईं थी, लेकिन बाला को मामूली चोट लगी थी। जिसके बाद पुलिस उनके बेटे को थाने उठाकर ले गई। जहां उसकी बुरी तरह पिटाई की, परिजनों के मुताबिक सरपंच पति की बेटी किसी के साथ भाग गई है। लेकिन उनके बेटे पर लड़की को भगाने के आरोप लगे । जिस वजह से सरपंच पति और पुलिस ने उनके बेटे की बुरी तरह पिटाई की। और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने बाला को छोड़ने के लिए 25 हजार की घूस भी मांग थी। लेकिन पैसे ना होने की वजह से 10 हजार रुपए ही दिए थे। इस पूरे मामले पर अभी तक पुलिस चुप्पी साधी बैठी है।