पटना में रफ्तार का कहर: कार और सीएनजी ट्रक में टक्कर, 3 युवकों की मौत, 50 मीटर तक घसीटते हुए लेकर कार को ले गया ट्रक
खगौल-नौबतपुर मार्ग पर मौर्य विहार के सामने सीएनजी ट्रक व कार में जोरदार टक्कर में तीन युवकों की मौत हो गयी। शुक्रवार की शाम पांच बजे हुए इस हादसे में दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। हादसे के बाद उग्र...
खगौल-नौबतपुर मार्ग पर मौर्य विहार के सामने सीएनजी ट्रक व कार में जोरदार टक्कर में तीन युवकों की मौत हो गयी। शुक्रवार की शाम पांच बजे हुए इस हादसे में दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। हादसे के बाद उग्र हुये लोगों ने मौर्य विहार मुख्य सड़क को जाम कर दिया। हंगामा कर रहे लोग यहां स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग कर रहे थे।
इधर, सड़क दुर्घटना और हंगामे की सूचना मिलते ही फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष रफिकुर रहमान व दारोगा रौशन सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। सभी को स्थानीय लोगों के सहयोग से एम्स के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। अस्पताल पहुंचते ही डाक्टरों ने तीन युवकों की मौत की पुष्टि कर दी। मृतकों की पहचान प्रतीक रंजन उर्फ प्रिंस, रोहित कुमार (दोनों, छेदी टोला) और शोएब अख्तर (एसफसीआई रोड) पटना शामिल हैं। वहीं जख्मी में बेऊर अनीसाबाद का रहने वाला अयांश कुमार और बिरला कॉलोनी निवासी हर्ष कुमार शामिल हैं। शवों को पुलिस ने जब्त कर पोस्टमार्टम के लिये एम्स में भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक जिस कार से हादसा हुआ वह मृतक शोएब की थी। जबकि उसपर सवार लड़के 11वीं और 12वीं क्लास में पढ़ते हैं।
कार के मोड़ते ही ट्रक से लगी टक्कर
नवरत्नपुर निवासी प्रत्यक्षदर्शी राहुल कुमार ने बताया कि कार सवार युवक काफी तेज रफ्तार में टीघा एलिवेटेड सड़क से उतर रहे थे। जैसे ही मौर्य विहार सड़क आयी युवक गलत दिशा से कार को मोड़ने लगे। इसी क्रम में पीछे से आ रहे सीएनजी ट्रक ने कार में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के दौरान तेज आवाज हुई। उसी रास्ते से जा रहे कई लोग हादसे के दौरान बच गये।
कार को 50 मीटर तक खींचते हुये ले गया ट्रक
ट्रक कार को 50 मीटर तक खींचते हुये ले गया। इसके बाद चालक ट्रक सहित भाग निकला। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। भारी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गयी।
हथौड़ी से कार का गेट काटा गया
इस हादसे के वक्त छात्र राहुल कुमार उसी रास्ते से बोचाचक स्थित कोचिंग जा रहा था। उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कार से किसी तरह घायल युवकों को बाहर निकाला गया। एक बुजुर्ग व्यक्ति ने हथौड़ी से कार के गेट को काटा। राहुल घायलों को लेकर एम्स पहुंचा लेकिन जब वहां किसी को भर्ती नहीं किया गया तो सभी एक निजी अस्पताल में चले गये।
एक महीने में हुई चाचा-भतीजे की मौत
31 दिनों के भीतर चाचा और भतीजे दोनों की मौत हो गयी। इससे पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। कार हादसे में मरने वाले शोएब अख्तर को उसके चाचा नजिफुर रहमान ने गोद लिया था। नजिफुर पेशे से शिक्षक थे। उनका निधन बीते नौ मई को कोरोना से हो गया था। नजिफुर का कोई पुत्र नहीं था इसलिए उन्होंने अपने छोटे भाई सकिफुर रहमान के बेटे शोएब को गोद लिया था। शोएब मूल रूप से मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर का रहने वाला था। वहीं मृतकों में शामिल प्रतीक कुमार के चाचा ज्ञानरत्न मनेर पीएचसी के प्रभारी हैं।
विधायक ने पीड़ित परिजनों को दी सांत्वना
फुलवारीशरीफ विधायक गोपाल रविदास हादसे की खबर मिलते ही अस्पताल पहुंचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने जख्मी युवकों के परिजनों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन भी दिया।