पटना में 250 से ज्यादा मकानों को खतरा, राजीव नगर में आगे भी चलेगा बुलडोजर
पटना के राजीव नगर में 250 से ज्यादा मकानों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है। आवास बोर्ड की 140 एकड़ की जमीन पर अतिक्रमण हटाये जाने की योजना है।
बिहार के राजीव नगर में आवास बोर्ड की जमीन पर बसे नेपाली नगर में अतिक्रमण के खिलाफ आगे भी बड़ी कार्रवाई होगी। फिलहाल इलाके की 40 एकड़ जमीन पर बने करीब 95 मकानों को तोड़ा जा रहा है। आने वाले दिनों में 140 एकड़ भूमि को खाली कराने की तैयारी की जा रही है। इससे नेपाली नगर में बने 250 से ज्यादा मकानों पर बुलडोजर चलने का खतरा है।
प्रशासन की कार्रवाई से राजीव नगर में रहने वाले दर्जनों परिवार बेघर हो गए हैं। वहीं, जिनका घर बचा हुआ है उन्हें भी अब बुलडोजर एक्शन का डर सता रहा है। पहले चरण में प्रशासन 40 एकड़ की जमीन पर अतिक्रमण हटा रहा है, जिनमें 95 घरों और चारदीवारी शामिल है।
अधिकारियों की मानें तो राजीव नगर में 140 एकड़ की जमीन को खाली कराया जाना है। इस जमीन पर अवैध रूप से 250 से ज्यादा मकान बने हुए हैं। आने वाले दिनों में इन्हें भी ध्वस्त किया जाएगा।
अगले चरण में कर्पूरी सदन के पीछे वाले इलाके को खाली कराने की योजना है। हालांकि, अभी तक इसका आधिकारिक नोटिस जारी नहीं हुआ है, मगर तैयारी कर दी गई है। कर्पूरी सदन ससे पाटलिपुत्र रेलवे स्टशन रोड और घुड़दौड़ रोड तक मौजूद जमीन पर 250 से ज्यादा मकान हैं। अलग-अलग चरणों में इन मकानों पर बुलडोजर चलाया जाएगा।
पटना के डीएम चंद्रशेखर ने कहा कि अभी 40 एकड़ जमीन पप अवैध कब्जे को हटाया जा रहा है। बिहार राज्य आवास बोर्ड की योजना के अनुसार पूरे इलाके को अतिक्रमण से मुक्त करना है। भविष्य में बुलडोजर एक्शन जारी रहेगा।
48 साल पुराना है विवाद
राजीव नगर में जमीन से जुड़ा विवाद 48 साल पुराना है। आवास बोर्ड ने 1974 में दीघा-राजीव नगर इलाके में 1024 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की थी। उस समय किसानों को 2200 रुपये प्रति कट्ठा मुआवजा देना तय किया गया था।
हालांकि, लोगों ने इसका विरोध किया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। इसके बाद कुछ किसानों ने मुआवजे का पैसा लिया और कुछ ने नहीं लिया। कई किसानों का पैसा अभी तक कोर्ट में जमा है।