बदलता बिहार: साढ़े तीन साल में पूरा होगा गांधी सेतु के समानांतर पुल
गांधी सेतु के समानांतर गंगा पर चार लेन के नये पुल का निर्माण साढ़े तीन वर्षोँ में पूरा करना होगा। साथ ही पुल बनाने वाली एजेंसी को दस साल तक इसका रखरखाव भी करना होगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने...
गांधी सेतु के समानांतर गंगा पर चार लेन के नये पुल का निर्माण साढ़े तीन वर्षोँ में पूरा करना होगा। साथ ही पुल बनाने वाली एजेंसी को दस साल तक इसका रखरखाव भी करना होगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस नये पुल के निर्माण के लिए गुरुवार को टेंडर जारी कर दिया। इच्छुक एजेन्सी के लिए टेंडर डालने की अंतिम तारीख तीन अक्टूबर तय की गई है।
गांधी सेतु के समानांतर नये पुल की मंजूरी केन्द्र सरकार ने पहले ही दे दी थी। साथ ही राज्य सरकार ने इसके लिए जमीन की व्यवस्था भी कर ली है। पुल पुराने सेतु के पश्चिम में 38 मीटर की दूरी पर बनेगा। इस पुल को बनाने में कुल 2926. 42 करोड़ खर्च होंगे। कुल खर्च में निर्माण लागत 2411.5 करोड़ होगी। 79.75 करोड़ भूमि अधग्रिहण, पुनर्वास व व्यवस्थापन पर खर्च किए जाएंगे। पूरे प्रोजेक्ट की लंबाई 14.5 किलोमीटर होगी। इसमें पुल व एप्रोच रोड शामिल हैं। प्रोजेक्ट के तहत चार अंडर पास, एक फ्लाई ओवर का भी निर्माण होगा। पहुंच पथ में लगभग 15 सौ मीटर एलिवेटेड रोड होगा। गंगा पर बनने वाले पुल की लंबाई 5. 634 किमी होगी। निर्माण पटना की तरफ से शुरू होगा।
पुल का निर्माण पूरा होने के पहले पुराने गांधी सेतु का जीर्णोद्धार भी पूरा हो जाएगा। उसके बाद उत्तर बिहार को शेष बिहार से जोड़ने वाला यह प्रमुख पुल नए पुल को मिलाकर आठ लेन का हो जाएगा। चार लेन का उपयोग पटना से हाजीपुर जाने के लिए होगा और दूसरे चार लेन का उपयोग हाजीपुर से पटना की ओर आने के लिए होगा। जाम की समस्या भी इससे खत्म हो जाएगी। पटना की ओर बिस्कोमान गोलंबर के पास एप्रोच रोड एलिवेटेड होगा। वहीं हाजीपुर छोर की ओर चार अंडर पास व एक फ्लाई ओवर का निर्माण होगा।
उल्लेखनीय है कि पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने पिछले महीने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतीन गडकरी से मिलकर इस पुल के जल्द निर्माण की मांग की थी।
नया पुल एक नजर में
04 लेन का होगा पुल
5.634 किमी होगी पुल की लंबाई
14. 5 किमी होगी पहुंच पथ के साथ लम्बाई
2926 करोड़ रुपये आएगी लागत