पंचायत चुनावः दसवें चरण में जमकर बरसे वोट, करीब 64 फीसदी मतदान, महिलाओं ने दिखाया जबरदस्त उत्साह
बिहार में दसवें चरण के पंचायत चुनाव में मतदाताओं ने जमकर वोटिंग की। पुरुष मतदाताओं से अधिक महिला मतदाताओं में वोट देने और पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव को लेकर उत्साह दिखा। इस चरण में 34 जिलों के 53...
बिहार में दसवें चरण के पंचायत चुनाव में मतदाताओं ने जमकर वोटिंग की। पुरुष मतदाताओं से अधिक महिला मतदाताओं में वोट देने और पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव को लेकर उत्साह दिखा। इस चरण में 34 जिलों के 53 प्रखंडों की 817 पंचायतों के 11,398 बूथों पर 63.90 फीसदी मतदान हुआ। इसके साथ ही 93,725 उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटी व ईवीएम में बंद हो गया।
मतदान के दौरान भोजपुर के नरगदा पंचायत में दो गुटों के बीच झड़प का मामला सामने आया, जबकि नवादा में मतदाताओं के लाइन में खड़े होने के दौरान महिला मतदाता और महिला पुलिसकर्मी के बीच झगड़े की घटना सामने आयी। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त डॉ. दीपक कुमार ने मतदान के बाद आयोग परिसर में बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न बताया।
मतदान के दौरान 483 ईवीएम बदले गए
दसवें चरण के चुनाव को लेकर मतदान के दौरान 483 ईवीएम को बदला गया। मतदान के पूर्व इन ईवीएम में शिकायत मिलने पर उन्हें बदला गया और इसके बाद मतदान की प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू हुई। राज्य में 45,592 ईवीएम का मतदान के दौरान उपयोग किया गया। इस प्रकार, ईवीएम में खराबी की शिकायत के बाद 1.66 फीसदी ईवीएम को बदलना पड़ा।
186 व्यक्ति गिरफ्तार, छह वाहन जब्त
राज्य में 186 व्यक्तियों को मतदान के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के क्रम में गिरफ्तार किया गया। वहीं, छह वाहनों को भी पुलिस ने जब्त किया। इस चरण के मतदान को लेकर 18,848 पुलिस पदाधिकारियों, 68,418 पुलिस बल की तैनाती चुनाव क्षेत्रों में की गयी थी। मतदान प्रक्रिया के संचालन को लेकर 75,838 मतदान पदाधिकारियों को बूथों पर तैनात किया गया था।
आठ निर्वाचन क्षेत्रों में होगा पुन: मतदान
आयोग के अनुसार राज्य के आठ निर्वाचन क्षेत्रों में पुन: मतदान होगा। इनमें सात स्थानों पर प्रत्याशियों की चुनाव के दौरान हुई मृत्यु के कारण व एक स्थान पर मतपत्र को लगाने में हुई त्रुटि के कारण पुनर्मतदान होगा। इनमें सारण के मढौरा प्रखंड के रसूलपुर पंचायत में सरपंच व मिर्जापुर पंचायत में सरपंच, सीवान के महाराजगंज प्रखंड के सारंगपुर पंचायत में पंच, औरंगाबाद के देव स्थित इसरौर पंचायत में पंच, किशनगंज के कोचाधामन स्थित मजकुड़ी पंचायत में ग्राम पंचायत सदस्य, पूर्णियां के बैसा प्रखंड के असियानी पंचायत में पंच और समस्तीपुर के सिधिंया प्रखंड में निर्वाचन क्षेत्र संख्या 45 में जिला परिषद सदस्य की मृत्यु के कारण पुन: मतदान होगा, जबकि किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड के पाटकोई कला पंचायत में पंचायत समिति सदस्य के पद के लिए उम्मीदवारों द्वारा सेक्टर पदाधिकारी को भ्रमित कर निर्वाचन क्षेत्र संख्या-21 के मतपत्र के साथ ईवीएम कमिशनिंग करा कर मतदान कराने के कारण पुनर्मतदान कराने का निर्णय लिया गया है।
15,199 मतदाताओं को बायोमेट्रिक जांच में पकड़ा गया
आयोग के अनुसार इस चरण के मतदान के दौरान 15,199 मतदाताओं को बायोमेट्रिक जांच के दौरान फर्जी तरीके से मतदान करने के प्रयास में पकड़ा गया। इन सभी मतदाताओं को मतदान से वंचित कर दिया गया। इनमें 1798 मतदाताओं का बायोमेट्रिक मैच नहीं किया, जबकि 2327 दोबारा मतदान के प्रयास में, 1262 को त्रुटिपूर्ण पहचान पत्र, 373 को गलत आधार नंबर देने के कारण मतदान से वंचित किया गया।
382 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग की गयी
मतदान के दौरान 382 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग की गयी ताकि गड़बड़ी की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इसे प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम से लाइव देखा गया। राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम में मतदान के दौरान 37 शिकायतें दर्ज की गयीं। इनमें सर्वाधिक सात शिकायतें ईवीएम की खराबी, चार बोगस वोटिंग के, तीन वोट नहीं देने से रोकने, चार बायोमेट्रिक काम नहीं करने, तीन बूथ कैप्चरिंग करने, एक पूर्व प्रमुख द्वारा पैसे का वितरण किए जाने, दो थाना प्रभारी द्वारा एक प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगे जाने को लेकर दर्ज की गई। इन शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की गयी।
मतदान अधिकारी की हृदय गति रूकने से मौत
बैसा। पूर्णिया में एक मतदान पदाधिकारी की अचानक हृदय गति रूकने से मौत हो गई है। मृतक मतदान पदाधिकारी राणा प्रताप मुर्मू उम्र 45 वर्ष धमदाहा प्रखंड के निरपुर पंचायत के गिदराही गांव के निवासी थे। वे प्राथमिक विद्यालय गिदराही में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। घटना बैसा प्रखंड अन्तर्गत अनगढ़ थाना क्षेत्र के कंजिया पंचायत के मतदान केन्द्र संख्या 104 सामुदायिक भवन की है। कुछ देर के लिए मतदान भी रूक गया। मौके पर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारियों ने घटना की वास्तविक स्थिति से मतदाताओं को अवगत कराते हुए शांति बनाये रखने की अपील की। वास्तविक स्थिति से अवगत होने के बाद मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।