पैक्स चुनाव: चुनाव में पांच रंगों के बैलेट पेपर का होगा इस्तेमाल
पैक्स चुनाव में पांच रंगों के बैलेट पेपर का उपयोग होगा। अघ्यक्ष और निदेशक के अनारक्षित पदों के लिए एक-एक रंग का बैलेट पेपर होगा। इसके अलावा आरक्षित तीन कोटों से निदेशक के चुनाव के लिए अलग-अलग तीन...
पैक्स चुनाव में पांच रंगों के बैलेट पेपर का उपयोग होगा। अघ्यक्ष और निदेशक के अनारक्षित पदों के लिए एक-एक रंग का बैलेट पेपर होगा। इसके अलावा आरक्षित तीन कोटों से निदेशक के चुनाव के लिए अलग-अलग तीन रंगों के बैलेट पेपर होंगे। खास बात यह है कि कुल एक दर्जन पदों के लिए होने वाले चुनाव में अगर छह से कम पदों के लिए नामांकन हुआ तो उस पैक्स का चुनाव स्थगित कर दिया जाएगा।राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने पैक्स चुनाव को लेकर उत्पन्न संशय की स्थिति को साफ कर दिया है।
प्राधिकार ने कहा है कि पैक्सों में अध्यक्ष का पद अनारक्षित है। उस पद के लिए अलग रंग का बैलेट पेपर होगा। लेकिन 11 निदेशकों में पिछड़ी, अति पिछड़ी और अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए रोस्टर के अनुसार आरक्षण की व्यवस्था होगी। इन तीनों कोटि के पदों के लिए बैलेट पेपर भी अलग-अलग रंगों के होंगे। साथ ही निदेशकों में जितने भी पद अनारक्षित होंगे, उनके लिए अलग से एक रंग का बैलेट पेपर होगा। किस पद का बैलेट पेपर किस रंग का होगा, उसका चुनाव भी जल्द ही प्राधिकार कर लेगा।
एक समिति के लिए एक ही बूथ रखने का प्रयास होना चाहिए
प्राधिकार नेचुनाव में हर पैक्स के लिए कोरम भी तय कर दिया है। छह पदों के लिए नामांकन हुआ तो कोरम पूरा माना जाएगा। लेकिन, इससे कम पदों के लिए आरक्षण होने पर कोरम पूरा नहीं होगा और उस पैक्स का चुनाव स्थगित कर दिया जाएगा। प्राधिकार ने बूथों को लेकर संशय को समाप्त करते हुए कहा है कि प्राय: एक समिति के लिए एक ही बूथ रखने का प्रयास होना चाहिए। लेकिन, यह पैक्स की परिधि और उसकी भौगोलिक स्थिति पर निर्भर करता है।
1.25 करोड़ मतदाता वोट देंगे
राज्य के सभी आठ हजार चार सौ 63 पैक्सों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पैक्सों के चुनाव में राज्यभर के लगभग सवा करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 11 नवम्बर को पहले चरण के सूचना प्रकाशन के साथ चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी और 23 दिसम्बर को समाप्त होगी। पांच चरणों का मतदान नौ नम्बर से 17 दिसम्बर के बीच होगा।