Hindi Newsबिहार न्यूज़of all exam setters including NEET will be confiscated EOU finding out the details investment outside Bihar too

NEET: नीट समेत सभी परीक्षा के सेटरों की संपत्ति होगी जब्त, ब्योरा खंगालने में EOU जुटी, बिहार के बाहर भी निवेश

नीट पेपर लीक समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों के सभी मुख्य आरोपियों की अवैध संपत्ति की जांच ईओयू के स्तर से शुरू हो गई है। सेटरों की संपत्ति का ब्योरा खंगाला जा रहा है।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाThu, 4 July 2024 07:23 AM
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NEET: नीट पेपर लीक समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों के सभी मुख्य आरोपियों की अवैध संपत्ति की जांच ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के स्तर से शुरू हो गई है। सभी प्रमुख सेटरों (परीक्षा माफिया) की अवैध संपत्ति का ब्योरा जमा करके इन पर आय से अधिक संपत्ति (डीए) का मामला दर्ज करते हुए इनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। इनमें संजीव मुखिया एवं उसका बेटा डॉ. शिव, चिंटू, रॉकी, अमित, अंशुल, बिजेंद्र प्रसाद गुप्ता, अखिलेश समेत तमाम बड़े सरगना शामिल हैं। फिलहाल इनमें कुछ चुनिंदा सरगनाओं को चिन्हित करके इनकी संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए इन सरगनाओं की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है।

सेटरों और इनके परिजनों एवं करीबियों के बैंक खातों से लेकर निवेश के सभी माध्यमों एवं स्थानों का पता किया जा रहा है। चिंटू और संजीव मुखिया के बारे में जानकारी मिली है कि इन्होंने जमीन और फ्लैट में अपनी पत्नी के अलावा कुछ अन्य करीबियों के नाम से काफी निवेश कर रखा है। ऐसी जानकारियों की मदद से इनकी अवैध संपत्ति का पूरा ब्योरा एकत्र किया जा रहा है।

बिहार के बाहर भी काफी निवेश

कुछ बड़े सेटरों ने बिहार के बाहर भी काफी निवेश कर रखा है, इसकी जांच अलग से चल रही है। इनके स्वयं और परिवार के आय के वास्तविक और वैध स्रोत क्या हैं? इन्होंने पिछले कुछ वर्षों में कितनी संपत्ति जमा की है? संपत्ति की खरीद पिछले कितने वर्षों में की गई है, किस वर्ष में कौन-कौन एवं कितनी चल एवं अचल संपत्ति अर्जित की गई है, इस सभी बातों की जानकारी खासतौर से जुटाई जा रही है। हाल में पटना में सेटरों के तीन-चार स्थानों पर हुई छापेमारी में बड़ी संख्या में चेक, पासबुक, वित्तीय लेने-देन और निवेश से जुड़े कई दस्तावेज मिले हैं। जमीन-जायदाद से जुड़े कागजात भी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के साथ मिले हैं। इनकी जांच में कई महत्वपूर्ण सुराग जांच एजेंसी के हाथ लगे हैं।

सिपाही-शिक्षक भर्ती पेपर लीक की चल रही जांच

नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई के पास चली गई है, लेकिन सिपाही बहाली पेपर लीक और तीसरे चरण की बीपीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक जैसे कुछ अन्य मामलों की जांच अब भी ईओयू के पास है। राज्य स्तरीय दोनों प्रमुख प्रतियोगिता परीक्षाओं सिपाही और शिक्षक बहाली पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गैंग ही है। इसकी संलिप्तता नीट पेपर लीक में भी सामने आई है। इससे पहले भी कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक का वह आरोपी रहा है। ऐसी स्थिति में ईओयू उसके तथा अन्य बड़े सेटरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।
 

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