मेन लाइन से जाना था तो लूप लाइन में कैसे घुसी नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस? बिहार ट्रेन हादसे की नई वजह आई सामने
बताया जा रहा है कि दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस को बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन पर मेन लाइन से गुजरना था, मगर वह लूप लाइन में चली गई। फिर इंजन प्लेटफॉर्म से भी टकरा गया।
Bihar Train Accident: बिहार के रघुनाथपुर में हुए नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की शुरुआती संयुक्त जांच रिपोर्ट ने भले की ट्रैक की गड़बड़ी बता इंजीनियरिंग विभाग पर जवाबदेही और जिम्मेदारी तय कर दी हो पर सीआरएस जांच की कहानी कुछ और कह रही है। घटना पर मौजूद साक्ष्य और डेटा लॉगर के साथ रिले रूम की रिकॉर्डिंग भी अलग कहानी बयां कर रहे हैं। ताजा जानकारी यह है कि जांच की जद में रेलवे का सिग्नल विभाग भी आ गया है और अब जांच का दायरा पहले से आगे बढ़ गया है। दरअसल, जांच में पाया गया कि ट्रेन को मेन लाइन से गुजरने का थ्रू सिग्नल था तो इंजन लूप लाइन में कैसे आ गया। घटना में तेजी से इंजन के प्लेटफॉर्म से टकराने की बात सामने आ रही है। हादसे में असिस्टेंट लोको पायलट गंभीर रूप से चोटिल होकर इलाजरत हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जिस जगह से ट्रेन को मेन लाइन पर तेज गति से निकलना था वहीं पर इंजन ने दो राह पकड़ ली। इसी वजह से इंजन समेत सभी बोगियां कुछ ही सेकंड में बेपटरी हो गईं। मेन और लूप लाइन के बीच की गड़बड़ी किसकी लापरवाही से हुई, जांच इस दिशा में बढ़ रही है। अगर सिग्नल विभाग की गलती पाई गई तो गंभीरता बढ़ सकती है। हालांकि, जांच जारी है। आधिकारिक तौर पर कोई भी कुछ कहने से बच रहा है।
रघुनाथपुर ट्रेन हादसे में रेलवे सख्ती के मूड में है। बालासोर हादसे के बाद किसी भी लापरवाही को लेकर कड़ी कार्रवाई का निर्देश पहले से जारी हैं। इधर, रेलवे बोर्ड के निर्देश के बाद सीसीआरएस जनक कुमार गर्ग लखनऊ से रघुनाथपुर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। हालांकि, अभी जांच का जिम्मा पूरी तरह पूर्वी सर्किल के रेलवे संरक्षा आयुक्त सुवोमोय मित्रा और उनकी टीम देख रही है।
शुक्रवार को रेलवे बोर्ड के सदस्य (अवसंरचना) रूप कुमार सुनकर, रेलवे बोर्ड सदस्य (ट्रैक्शन एंड रोलिंग स्टॉक) नवीन गुलाटी, डीजी (संरक्षा) ब्रजमोहन अग्रवाल, पूर्वी सर्किल के रेलवे संरक्षा आयुक्त सुवोमोय मित्रा भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। रेलवे जोन और दानापुर मंडल के अफसर दो दिनों से रघुनाथपुर में कैंप कर रहे हैं। शाम को दानापुर डीआरएम आदि भी दानापुर स्टेशन पहुंचे। डीआरएम ने कहा कि फिलहाल ट्रेनों के परिचालन पर सबका ध्यान है। सीआरएस मामले की जांच कर रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाने में एक दर्जन जेसीबी और क्रेन लगाया गया था। पांच सौ से अधिक ग्रुप डी के कर्मचारी लाइन दुरुस्त करने मे लगे रहे।