तेजस्वी ने JDU से पूछा, मोदी के मंच पर क्यों नहीं दिखे नीतीश? नीरज ने लालू पर कही थी यह बात
तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी के मंच पर सीएम नीतीश कुमार क्यों नहीं दिखते हैं इसका जवाब जेडीयू और बीजेपी के नेताओं को देना चाहिए। लालू जी समय से पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव ने जेडीयू के उस आरोप पर करारा जवाब दिया है जिसमें कहा गया था कि लालू यादव को चुनाव प्रचार में जाने से रोक दिया गया है। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज ने कहा था कि तेजस्वी यादव आरजेडी प्रमुख लालू यादव को उनकी खौफ वाली छवि की वजह से चुनाव प्रचार में भाग लेने से रोक रहे हैं। इसके जवाब में युवा नेता ने कहा है कि नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी के मंच पर साथ क्यों नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद पार्टी के सुप्रीमो हैं। समय और जरूर के अनुसार चुनाव प्रचार में जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में मतदान की तारीख जैसे जैसे करीब आ रही है, नेताओं के बीच जुबानी हमला का दौर तेज होता जा रहा है। पटना में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि लालू जी के नेतृत्व में महागठबंधन बिहार में चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को लालू यादव दिखते हैं पर यह दिखता कि पीएम के कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार क्यों नहीं पहुंचते। गया और पूर्णिया में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा की तो नीतीश कुमार नजर नहीं आए। तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया। बीजेपी को किस बात का डर लग रहा है। उन्होंने कहा कि लालू जी चुनाव प्रचार में समय और जरूरत पर भाग लेते हैं।
इससे पहले जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने कहा था कि तेजस्वी यादव ने लालू जी को राजनैतिक रुप से नजरबंद कर दिया है क्योंकि जब वे सभाओं में दिखते हैं तो राजनैतिक खौफ पैदा हो जाता है। कहा कि रात में अपने उम्मीदवारों को टिकट बांटते हैं और सभाओं कहीं नही दिखते क्योंकि तेजस्वी यादव ने उनपर सभाओं में जाने से रोक लगा दिया है। नीरज ने कहा कि मुझे उम्मीद है और कामना है कि परिवार के लोग चाहे कितना भी पाबंदी लगा दें, लालू तमाम जंजीरों को तोड़कर जनता की अदालत में जाएंगे। हमे लगता है कि तेजस्वी यादव ने जानबूझकर सभाओं में जाने से रोक दिया है।
इस बीच राज्यसभा सांसद संजय झा का इस मामले में बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि पीएम और सीएम का एक मंच पर नहीं दिखना एनडीए की रणनीति का हिस्सा है। बड़े बड़े नेता साथ रहने के बजाए अलग अलग जाकर चुनाव प्रचार करते हैं। इससे अधिक से अधिक सभा करके ज्यादा इलाकों को कवर किया जा सकेगा। जमुई और नवादा की सभाओं में राजग के घटक दलों के सभी नेता एकसाथ जुटे थे। उसके बाद ही तय हुआ कि बड़े नेताओं की अलग-अलग सभाएं हो।