सब काम हम ही कर रहे हैं, तो सुनाएंगे ही; नीतीश ने विधानसभा में आरजेडी और कांग्रेस को खूब कोसा
बिहार विधानसभा में बुधवार को आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने वेल में उतरकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इश बीच सीएम नीतीश कुमार अपनी सीट से खड़े हुए और विपक्ष को जमकर कोसा।
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान सदन में विपक्ष ने विशेष दर्जे की मांग और आरक्षण के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सीट पर खड़े हुए और उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के विधायकों को खूब कोसा। सीएम नीतीश ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि हम तो सुनाएंगे ही। सब काम हमने ही किया। उन्होंने कहा कि वे 2010 से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे थे। उस समय केंद्र में कांग्रेस गठबंधन की सरकार थी, लेकिन उन्होंने स्पेशल स्टेटस नहीं दिया। सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि आरक्षण के मुद्दे पर पटना हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। साथ ही इसे 9वीं अनुसूची में डालने की मांग करते हुए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा गया है।
विधानसभा की बुधवार को कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक वेल में आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके बाद सीएम नीतीश ने बीच में उठकर उन्हें शांत रहने के लिए कहने लगे। हंगामा फिर भी जारी रहा तो सीएम भी भड़क गए। उन्होंने नारेबाजी कर रहे आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों से कहा कि वे बैठकर बात सुनेंगे तो अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाकर जाति गणना का फैसला लिया था। उस समय सभी दलों ने अपनी सहमति जताई थी। जाति गणना कराई गई तो उसके बाद आबादी के हिसाब से आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया गया।
सीएम नीतीश ने कहा कि जातिगत सर्वे में हमने हर परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी ली। इससे पता चला कि 94 लाख परिवार जिसमें सवर्ण, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, हिंदू और मुस्लिम सभी शामिल हैं, वे गरीबी के दायरे में आते हैं। उन्हें सरकार ने मुख्यधारा में लाने के लिए दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की योजना शुरू की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण का दायरा बढ़ाए जाने के बाद इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने के लिए भी केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। साथ ही पटना हाई कोर्ट द्वार रोक लगाए जाने के बाद राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। पहले राज्य में महिलाओं की स्थिति बदतर थी। 2005 के बाद हमारी सरकार ने महिलाओं को आगे बढ़ाया।
नीतीश बोले- हम तो सुनाएंगे ही, सब काम हम ही कर रहे हैं
विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबोधन के दौरान भी विपक्षी सदस्य नारेबाजी कर रहे थे। इस पर सीएम भड़क गए। उन्होंने कहा कि हम तो सुनाएंगे ही, आपको नहीं सुनना है तो यह आपकी गलती है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में जो भी काम हो रहा है वो सब वे ही कर रहे हैं। महागठबंधन सरकार के दौरान काम का क्रेडिट लिए जाने को लेकर आरजेडी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आपने कोई काम नहीं किया। कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि बिहार को उनकी सरकार के दौरान विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया, इस पर जवाब देना चाहिए। बीच में विपक्ष के सदस्य नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे लगा रहे थे, तब सीएम आगबबूला हो गए और बोले- सब लोग हाय-हाय।
सीएम नीतीश ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, लेकिन हर तरफ से राज्य की मदद की जा रही है। केंद्र सरकार ने बिहार को अतिरिक्त आर्थिक सहायता मुहैया कराई है। यूपीए कार्यकाल में यह मुमकिन नहीं था।