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NEET पेपर लीक: रिम्स से पकड़ी गई MBBS छात्रा CBI रिमांड पर, गिरफ्तार छात्रों पर AIIMS लेगा ऐक्शन

विशेष कोर्ट ने सीबीआई के अनुरोध पर अनुमति दी। सीबीआई पूछताछ के लिए एमबीबीएस की छात्रा को अपने साथ ले गई। सुरभि रांची के रिम्स में द्वितीय वर्ष की छात्रा है। उसे 18 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाSat, 20 July 2024 05:35 AM
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नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार रांची रिम्स की छात्रा सुरभि को शुक्रवार को पटना सीबीआई की प्रभारी विशेष न्यायिक दंडाधिकारी धनंजय पाडेय के कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने अपने वकील अमित कुमार के माध्यम से विशेष अदालत में एक आवेदन दायर कर महिला डॉक्टर सुरभि से पूछताछ के लिए दस दिनों की पुलिस रिमांड पर देने का अनुरोध किया।  

विशेष कोर्ट ने सीबीआई के अनुरोध पर अनुमति दी। सीबीआई पूछताछ के लिए एमबीबीएस की छात्रा को अपने साथ ले गई। सुरभि रांची के रिम्स में द्वितीय वर्ष की छात्रा है। सीबीआई ने उसे 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था। वहीं नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ने बुधवार को पटना एम्स के चार मेडिकल छात्रों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने देर शाम तक गिरफ्तार इन चार मेडिकल छात्रों चंदन सिंह, राहुल आनंद, कुमार शानू और करण जैन को विशेष कोर्ट में पेश किया था। 

सीबीआई ने इन चारों मेडिकल छात्रों से पूछताछ के लिए विशेष कोर्ट से चार दिनों की रिमांड पर लिया। वहीं दूसरी ओर सीबीआई की टीम ने सिकंदर यादवेन्दु, अखिलेश कुमार समेत दस आरोपितों से पूछताछ के बाद विशेष कोर्ट में पेश किया। सीबीआई की विशेष अदालत ने इन सभी दस आरोपियों को न्यायिक हिरासत में लेते हुए बेऊर जेल भेज दिया।

गिरफ्तार छात्रों को एम्स प्रशासन करेगा निलंबित

नीट पेपर लीक मामले में पटना एम्स से गिरफ्तार चार छात्रों को एम्स प्रशासन निलंबित करेगा। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि एम्स प्रशासन का यह भी कहना है कि गिरफ्तार छात्रों की संलिप्तता की लिखित जानकारी जब तक सीबीआई नहीं देती तब तक एम्स कार्रवाई नहीं करेगा। गिरफ्तार छात्र चंदन सिंह (सीवान), कुमार सानू (पटना), राहुल आनंद (धनबाद) और करण जैन (अररिया) के हॉस्टल स्थित कमरों की तालाशी शुक्रवार को नहीं हो सकी।

कब हुई थी गिरफ्तारी?

इस मामले में सीबीआई ने एम्स के निदेशक को सूचित किया था कि छात्रों के सील कमरों की शुक्रवार को तलाशी ली जाएगी, लेकिन जांच एजेंसी का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। देर शाम तक उनका इंतजार होता रहा। इन चारों छात्रों की गिरफ्तारी 17 जुलाई को हुई थी। वहीं, एम्स प्रशासन ने संस्थान के छात्रों के साथ बैठक की और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया। डीन (ए) डॉ. प्रेम कुमार ने ऐसी गतिविधियों से बचने की सलाह दी। 

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