NEET Paper Leak: सेटर और बिचौलियों के लेनदेन की जांच शुरू, पटना के एक अड्डे पर 14 करोड़ की डिलिंग
NEET Paper Leak Bihar: जांच में यह बात सामने आई है कि अधिकांश पैसे की लेनदेन नगद में ही हुई है। इसमें जितने पैसे की डील हुई थी, उसमें बड़ी संख्या में राशि ट्रांसफर होकर सेटरों के पास पहुंच गई है।
Neet Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में जितने भी संदिग्ध या सेटर या बिचौलियों की भूमिका निभाने वालों के नाम सामने हैं, उनके बैंक खातों और वित्तीय लेनदेन की जांच की जा रही है। इस पूरे धंधे में जितने पैसों की डील हुई है, सभी पहलुओं पर तफ्तीश की जा रही है। अंतिम रूप से किसके पास कितना पैसा पैसा पहुंचा, किसने बाजार से कितनी उगाही की है, इसकी जांच भी साथ-साथ चल रही है।
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि अधिकांश पैसे की लेनदेन नगद में ही हुई है। हालांकि इसमें जितने पैसे की डील हुई थी, उसमें बड़ी संख्या में राशि ट्रांसफर होकर सेटरों के पास पहुंच गई है। यह कितनी राशि है, इसकी सटीक जानकारी प्राप्त की जा रही है। इस मामले के खुलासे के बाद मुख्य अड्डा रामकृष्णा नगर स्थित लर्न्ड एंड प्ले स्कूल के अलावा कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी के दौरान करीब डेढ़ दर्जन चेक बरामद हुए हैं। ये चेक मुख्य रूप से एडवांस या टोकन मनी के तौर पर ली गई राशि से संबंधित थे। परीक्षा संपन्न होने के बाद यानी प्रश्न-पत्र लड़ने के बाद भी बड़ी संख्या में छात्रों से राशि वसूल कर ली गई है।
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पूछताछ में बड़ा खुलासा
इस मामले में गिरफ्तार हुए सिकंदर प्रसाद यादवेंदु समेत 13 मुख्य आरोपितों से पूछताछ में यह भी स्पष्ट हुआ है कि पैसे सीधे या किसी एक व्यक्ति के माध्यम से मुख्य सेटर तक नहीं पहुंचे। बल्कि कई चैनलों के माध्यम से गए हैं, जिसमें रास्ते में हर किसी ने अपना-अपना कमीशन काटकर राशि मुख्य सेटर तक पहुंचाई गई है। अब तक की जांच में ठोस सबूत के तौर पर रामकृष्णा नगर वाले निजी स्कूल में रटवाए जा रहे करीब 40 छात्रों के बारे में ही सटीक जानकारी मिली है। यहां प्रत्येक छात्रों से औसतन 35 लाख रुपये के आसपास वसूली गई है। कुछ छात्रों ने ही पूरी राशि का भुगतान नहीं किया था। इस आधार पर 14 करोड़ की डिलिंग सिर्फ इसी स्थान पर हुई है।
लेनदेन की जानकारी एकत्र करने में छूट रहे पसीने
राज्य में अन्य कई स्थानों पर इस प्रश्न-पत्र को व्हाट्स एप के माध्यम से भेजने की बात सामने आई है। उन स्थानों से राशि की जमकर उगाही हुई है। जांच एजेंसी को सभी स्थानों पर राशि के लेनदेन की जानकारी एकत्र करने में पसीने छूट रहे हैं। हालांकि इस मामले में सबूत एकत्र किया जा रहा है। कुछ मुख्य सेटरों ने प्रश्न-पत्र बाहर से मंगवाने के लिए काफी निवेश भी किया है। हालांकि, पूरे मामले की अभी तफ्तीश चल रही है।