NEET Paper Leak: ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल समेत 10 CBI हिरासत में, यहीं टूटा था डिजिटल लॉक
टीम ने नीट से जुड़े कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं, जिन्हें कार से गेस्ट हाउस लाया गया जहां सभी से पूछताछ हो रही है। टीम को कुछ बड़ा इनपुट मिलने की भी चर्चा है। हालांकि,CBI ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया।
नीट पेपर लीक मामले की छानबीन करने हजारीबाग पहुंची सीबीआई टीम ने बुधवार को ओएसिस स्कूल के प्राचार्य एहसानुल हक समेत दस को हिरासत में लिया। टीम सभी से चरही गेस्ट हाउस में पूछताछ कर रही है। प्राचार्य समेत जिन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें पांच इन्विजिलेटर, दो ऑब्जर्वर, एक सेंटर सुपरिंटेंडेंट और एक टोटो चालक शामिल हैं। खबर लिखे जाने तक पूछताछ जारी थी।
सूत्रों के अनुसार इससे पहले टीम ने नीट से जुड़े कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं, जिन्हें कार से गेस्ट हाउस लाया गया जहां सभी से पूछताछ हो रही है। टीम को कुछ बड़ा इनपुट मिलने की भी चर्चा है। हालांकि, सीबीआई ने फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बता दें कि मामले की जांच कर रही बिहार ईओयू ने चार मई को पटना में अधजला प्रश्नपत्र बरामद किया था। इसके सीरियल नंबर ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र के थे।
बुधवार को सीबीआई टीम सबसे पहले ओएसिस स्कूल पहुंची। यहां प्राचार्य और स्कूल प्रबंधन समिति से जुड़े सदस्यों और शिक्षकों से जानकारी हासिल की। पूछा-प्रश्नपत्र कितने बजे हस्तगत हुआ? रिसीविंग की टाइम से लेकर सब कुछ देखा। परीक्षा के दौरान डिजिटल लॉक नहीं खुलने की बाबत पूछा कि इसके बाद प्रश्नपत्र कैसे बांटे गए? मूल प्रश्नपत्र की पैकिंग और पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ के बारे में भी सवाल पूछे गए।
चिंटू और मुकेश से भी होगी पूछताछ
इस मामले में चिंटू और मुकेश से भी सीबीआई पूछताछ करेगी। कोर्ट से सीबीआई को दोनों का रिमांड मिल गया है। चिंटू के पास ही सबसे पहले नीट का प्रश्नपत्र आया था, जिसे रॉकी ने भेजा। रॉकी, अतुल वत्स तक पहुंचने के लिए इससे पूछताछ होगी। मुकेश ने अभ्यर्थियों को रामकृष्णा नगर स्थित स्कूल तक पहुंचाया था। उसकी और क्या भूमिका रही, इसका पता लगाया जा रहा है।
नीट पेपर लीक के दोषियों पर होगी कठोर कार्रवाई
नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जांच एजेंसी पारदर्शिता और निष्पक्षता से अपना काम कर रही है। बच्चों का भविष्य बर्बाद करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। जिन लोगों की भी संलिप्तता सामने आएगी, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। ग्रामीण विकास मंत्री बुधवार को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आम-अवाम की समस्याओं के निराकरण के लिए पार्टी कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन होता है। जनता हमारे लिए सर्वोपरि है और अंतिम पायदान पर खड़े प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति से सीधा जुड़ाव हमारी सरकार की खासियत रही है।