Hindi Newsबिहार न्यूज़NEET Exam CBI investigating history of Sanjeev Mukhiya and Sikandar accused of Paper Leak

NEET Exam CBI: संजीव मुखिया और सिकंदर की कुंडली खंगाल रही CBI, दोनों के घरों पर हुई छानबीन

पेपर लीक कांड की जांच में पता चला है कि कांड के आरोपी प्रभात रंजन, आशुतोष कुमार और मनीष कुमार संजीव मुखिया के ही गांव भूतहाखार के रहने वाले हैं। CBI टीम ने संजीव और सिकंदर के घरों में जाकर जांच की।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाThu, 27 June 2024 06:46 AM
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NEET Exam CBI: नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई की दो टीमों ने बुधवार को दो अभियुक्तों के घरों का मुआयना किया और उनके परिजनों से बातचीत की। एक टीम कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के समस्तीपुर के विथान थाना अंतर्गत पुसाहो स्थित पैतृक घर गई। सीबीआई की दूसरी टीम ने पेपर लीक मामले के मुख्य अभियुक्तों में एक संजीव मुखिया के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड के भुतहाखार गांव पहुंची और जायजा लिया। सिकंदर अभी जेल में है। सीबीआई ने उसके परिजनों से बातचीत की और उनके बारे में जानकारी प्राप्त की। 

इसके अलावा आसपास के लोगों से भी उसके बारे में जानकारी हासिल की। यह भी जानकारी मिल रही है कि रांची स्थित सिकंदर के शानदार मकान में भी सीबीआई की टीम पहुंची। यहीं उसका परिवार रहता है। परिजनों से सिकंदर की पृष्ठभूमि के बारे में पूछा गया। संजीव के गांव पहुंची टीम ने उसकी मां से काफी देर तक पूछताछ की। उनसे संजीव के काम-काज, उसकी संपत्ति, परिवार और बाल-बच्चे के बारे में जानकारी हासिल की। यह भी पूछा कि क्या उसकी तबीयत पिछले दिनों खराब थी? आसपास के लोगों से भी संजीव के बारे में बातचीत की गई।

पेपर लीक कांड की जांच में पता चला है कि कांड के आरोपी प्रभात रंजन, आशुतोष कुमार और मनीष कुमार संजीव मुखिया के ही गांव भूतहाखार के रहने वाले हैं। फिलहाल ये तीनों गिरफ्तार नहीं हैं। इनके घरों में जाकर जांच टीम ने बारी-बारी से पूछताछ की। प्रभात रंजन पटना के खेमनीचक स्थित लर्न्ड एंड प्ले स्कूल का संचालक है। इसी के स्कूल को अभ्यर्थियों को प्रश्न-पत्र और उत्तर रटवाने का मुख्य केंद्र बनाया गया था। इस स्कूल पास में वह ब्यॉज हॉस्टल भी चलाता था। उसने अपने मकान में आशुतोष को किराया दे रखा है।

आशुतोष उसके स्कूल में पढ़ाने के साथ ही देखरेख भी करता था। यहीं पास में मनीष भी रहता है। मनीष ने ही प्रभात के कहने पर कुछ अभ्यर्थियों को आशुतोष के फ्लैट में यह कहते हुए 4 मई की रात को ठहराया था कि सुबह परीक्षा देकर ये लोग गांव लौट जाएंगे। ये छात्र उनके जानने वाले हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार, सीबीआई ने पटना स्थित अपने कार्यालय में बुधवार को मनीष को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था। पंरतु उससे कुछ ज्यादा पूछताछ किए बिना ही लौटा दिया गया। उसे बाद में फिर से बुलाने की बात सीबीआई अधिकारियों ने कही है।

प्रयागराज और जोधपुर गई मुजफ्फरपुर पुलिस लौटी

इधर मुजफ्फरपुर पुलिस जोधपुर एम्स के छात्र के छूटने के खेल से पुलिस सॉल्वर गैंग का सुराग लगाने में जुटी है। मुजफ्फरपुर के एक सेंटर पर उसे दूसरे के बदले परीक्षा देने से पहले पकड़ा गया था पर सेंटर की ढिलाई से वह फरार हो गया।  प्रयागराज के डॉ. आरपी पांडेय के पुत्र राज पांडेय की जगह नीट देते जोधपुर एम्स का छात्र हुकमा राम पकड़ा गया था। राज और हुकमा को पकड़ने के लिए प्रयागराज और जोधपुर गई मुजफ्फरपुर पुलिस की टीम पड़ताल कर लौट आई है। सॉल्वर गैंग से सौदा तय करने वाले राज और उसके पिता डॉ. आरपी पांडेय प्रयागराज में रहते हैं। वे मूल रूप से पटना के निवासी हैं। यह बातें हुकमा ने अपने कबूलनामा में बताया था। अब तक पुलिस पटना में राज पांडेय और उसके पिता के ठिकाने का सुराग नहीं लगा पाई है।

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