महागठबंधन में जाकर बीजेपी पर बिफरे मुकेश सहनी, बोले- पीएम मोदी किसी की सुनते नहीं
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि देश में हिटलरशाही चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी की नहीं सुनते, सिर्फ अपने मन की करते हैं। सहनी की पार्टी वीआईपी महागठबंधन में रहकर चुनाव लड़ रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 में महागठबंधन से जुड़ने के बाद विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी बीजेपी नीत एनडीए सरकार पर जमकर बिफरे। सहनी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे किसी की नहीं सुनते हैं, जो मन में आता है वही करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है और हिटलरशाही आ गई है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब दो-दो मुख्यमंत्रियों को उठाकर सीधे जेल में डाल दिया हो।
मुकेश सहनी ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि देश में बीते 10 सालों से मोदी सरकार है। मगर एक भी युवा को रोजगार नहीं मिला। सिर्फ पांच किलो चावल देने से कुछ नहीं होगा। हर व्यक्ति को अच्छे कपड़े पहनने, बच्चों के अच्छे स्कूल में पढ़ाई करने और बेहतर जिंदगी जीने का अधिकार है। पीएम मोदी को लगता है कि हम लोगों को पांच किलो चावल दे रहे हैं तो वे हमें वोट देंगे। मगर ऐसा नहीं होने वाला है।
सहनी ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, मगर अभी तक दो लाख लोगों को नौकरी भी नहीं मिली है। हर साल अगर दो लाख लोगों को नौकरी देते तो भी 10 सालों में 20 लाख लोगों को नौकरियां मिल जातीं।
निषाद समाज के आरक्षण की बात पर मुकेश सहनी ने कहा कि वह लंबे समय से यह मांग कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल और दिल्ली में जब निषादों को आरक्षण मिल रहा है तो बिहार में क्यों नहीं। जब देश एक है, संविधान एक है तो निषादों के साथ भेदभाव क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे वादा किया था कि वे निषाद आरक्षण की दिशा में काम करेंगे। मगर उन्होंने नहीं किया।
मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी लड़ाई पीएम मोदी से नहीं बल्कि भारत सरकार से है। मोदी जिस कुर्सी पर बैठे हैं, उन्हें उसकी गरिमा को मानना चाहिए। देश में जिस भी वर्ग या समाज को समस्या हो, उसके लिए काम करना चाहिए। मगर पीएम मोदी नफरत और धर्म की राजनीति करते हैं। उनके पास इतनी पावर है, जो चीज नहीं करनी वो करते हैं। अपनी पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं। उनके पास धनबल है, ईडी सीबीआई है। हर किसी को उठाकर जेल में डाल देना, यह लोकतंत्र में सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई चुनाव लड़ना नहीं, समाज में बदलाव लाना है। सभी धर्म और जाति के लोगों को मजबूती से चुनाव लड़ाएंगे। देश में 927 पार्टी को खत्म कर दिया। हमारी पार्टी को भी खत्म करने का प्रयास कर रहे थे, हमने अपनी पार्टी को बचाने में कामयाब रहा। हालांकि, सिंबल बदलवा दिया। एक दिन तानाशाही खत्म होगी, देश में रामराज्य स्थापित होगा।ॉ
बता दें कि मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी 2024 में आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर महागठबंधन में लोकसभा का चुनाव लड़ रही है। आरजेडी ने वीआईपी को अपने कोटे से झंझारपुर, मोतिहारी और गोपालगंज लोकसभा सीटें दी हैं। इससे पहले सहनी की एनडीए में शामिल होने की चर्चा थी। हालांकि, बीजेपी से उनकी बात नहीं बन पाई थी।