पटना में 15 हजार से अधिक अभ्यर्थी नौकरी के लिए सड़क पर उतरे, लाठीचार्ज, भारी बवाल
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि रेलवे की ओर से छह वर्षों के बाद सहायक लोको पायलट के लिए रिक्तियां निकाली गई हैं। छह वर्षों में छह हजार भी रिक्तियां नहीं निकाली गई हैं।
रेलवे में भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों ने मंगलवार को पटना की सड़कों पर छह घंटें तक प्रदर्शन किया। इसकी वजह से अशोक राजपथ से लेकर गांधी मैदान के इलाके में भीषण जाम लग गया। अभ्यर्थी एलपीए और तकनीशियन की सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे थे। गांधी मैदान के पास अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को दो बार लाठीचार्ज करना पड़ा। आंदोलन की शुरुआत बाजार समिति से हुई और हजारों अभ्यर्थी मार्च करते हुए गांधी मैदान तक पहुंचे। आंदोलनकारी छात्र गांधी मूर्ति के पास जाना चाहते थे। पर हजारों की तादाद में अभ्यर्थियों को देखते हुए पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया। अभ्यर्थी रेलवे के किसी बड़े अधिकारी से बात करना चाहते थे। पर अभ्यर्थियों को कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।
इसके बाद कुछ अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच बहस हो गई। हालात बिगड़ता देख भीड़ को चितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गांधी मैदान थाने के पास लाठीचार्ज किया। पुलिस वालों ने गौरिया मठ तक अभ्यर्थियों को खदेड़ा। जबतक पुलिस अभ्यर्थियों को शांत कराती दूसरी ओर से अभ्यर्थियों ने कारगिल चौक को जाम कर दिया। अभ्यर्थी ने कम बहाली निकाले जाने को लेकर केन्द्र के खिलाफ नारेबाजी की। अभ्यर्थियों के आंदोलन की वजह से गांधी मैदान के आसपास के इलाके में यातायात व्यवस्था चरमरा गई। इसके बाद अभ्यर्थियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। भागने के क्रम में कई अभ्यर्थी घायल हो गए। वहीं सिटी एसपी चन्द्र प्रकाश ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया गया। हंगामा करनेवाले उपद्रवियों अभ्यर्थियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के उग्र होने के बाद बल प्रयोग करना पड़ा।
इससे पहले बाजार समिति नहर होते हुए आंदोलनकारी अभ्यर्थी सहगंज मुस्सलाहपुर हाट होते हुए भीखना पहाड़ी पहुंचे। यहां पर पन्द्रह से बीस हजार अभ्यर्थी सड़क पर उतर गए थे। पुलिस की तैनाती यहां की गई थी लेकिन उनकी संख्या को देखते हुए पुलिस ने उन्हें नहीं रोका। छात्र यहां से आगे बढ़ गया। नयाटोला और मछुआटोली होते हुए अभ्यर्थी लंगरटोली तक आए। यहां पर पुलिस ने रोकना चाह और हल्का बल प्रयोग भी किया। इससे भगदड़ की स्थिति हो गई। हालांकि मामला तुरंत शांत हो गया। लंगरटोली चौराहा पर पन्द्रह मिनट तक अभ्यर्थी डटे रहे। इसके बाद अभ्यर्थी वहां से आगे बढ़े। गांधी मैदान थाने के पास पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यहां आधे घंटें तक अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच बहस होती रही। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
कम वैकेंसी देने से अभ्यर्थियों में बढ़ा है आक्रोश
आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना था कि रेलवे की ओर से छह वर्षों के बाद सहायक लोको पायलट के लिए रिक्तियां निकाली गई है। छह वर्षों में छह हजार भी रिक्तियां नहीं आई। इसी के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है। अभ्यर्थियों कहना था कि तकनीशियन की बहाली जल्द निकालने की बात कही जा रही है पर संख्या नहीं बताई गई है। अभ्यर्थियों का कहना था कि वर्ष 2018 में लोको पायलट के साथ तकनीशियन की रिक्तियां निकाली गई थी। इसकी संख्या 65 हजार के करीब थी। इसबार भी कम से कम 70 हजार रिक्तियों आनी चाहिए।