लालू-राबड़ी के सुरक्षा गार्ड के दुरुपयोग का मामला पहुंचा दिल्ली, BJP ने CEC को लिखा पत्र
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि इस मामले में न तो चुनाव आयोग द्वारा और न ही राज्य सरकार (गृह विभाग) द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई की गई है। आरोप है कि मीसा भारती अपने माता पिता की सुरक्षा का दुरुपयोग करती हैं
Bihar Lok Sabha Election 2024: राजद सुप्रीमो लालू यादव और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी की हाई लेवेल सुरक्षा के गलत उपयोग पर राजनीति तेज होती जा रही है। कहा जा रहा है कि उनके बच्चे इनका बेजा इस्तेमाल करते हैं। पाटलिपुत्रा संसदीय क्षेत्र से राजद प्रत्याशी मीसा भारती द्वारा कथित तौर पर सरकारी सुरक्षा बल का दुरुपयोग करने का मामला पटना से दिल्ली पहुंच गया है। इसके मामले में भाजपा ने नई दिल्ली स्थित मुख्य निर्वाचन आयुक्त, राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, राज्य के अपर मुख्य सचिव(गृह विभाग), बिहार के पुलिस महानिदेशक और राज्य के पुलिस महानिरीक्षक(सुरक्षा) को शिकायत पत्र गुरुवार को भेजा है। पत्र में कहा गया है कि मीसा भारती द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी सुरक्षा बल का दुरुपयोग किया जा रहा है, जोकि मीडिया में दिखाई दे रहा है।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि इस मामले में न तो चुनाव आयोग द्वारा और न ही राज्य सरकार (गृह विभाग) द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई की गई है। पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि लालू यादव की राज्यसभा सांसद मीसा भारती अपने पिता- राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद व माता- पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी को दी गई उच्च श्रेणी की सुरक्षा का दुरुपयोग कर सुरक्षा कर्मियों को लेकर चुनाव प्रचार में घूम रही हैं। उनका गलत उपयोग कर क्षेत्र में प्रभाव पैदा किया जा रहा है। मीसा भारती पाटलिपुत्रा लोकसभा सीट से राजद की उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के रामकृपाल यादव से है क्षेत्र के निवर्तमान सांसद हैं। मीसा भारती के लिए उनका टिकट काट देने पर रामकृपाल यादव ने राजद छोड़ दिया था जो कभी लालू यादव के हनुमान कहलाते थे।
इससे पहले सारण जिले में चुनाव के दौरान और दूसरे दिन होने वाली हिंसक वारदातों की जांच के लिए जो एसआईटी गठित की गई थी वह गुरुवार को पटना पहुंची। टीम के पदाधिकारी राबड़ी आवास पर पहुंचे और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों के चेहरे का मिलान घटनास्थल के प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर किया। टीम ने रोहिणी आचार्या के साथ मौजूद रहे सुरक्षाकर्मी से यहां मौजूद कर्मियों के बारे में भी जानकारी हासिल की। करीब आधे घंटे तक जांच पड़ताल करने के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम छपरा के लिए लौट गई। हालांकि इस दौरान जांच टीम राबड़ी देवी के आवास के अंदर नहीं गई। सुरक्षा इंचार्ज इंस्पेक्टर ने एसआईटी को घटना स्थल पर मौजूद सुरक्षाकर्मी और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ रहे सुरक्षाकर्मी से यहां की सुरक्षा कर्मियों का चेहरा नहीं मिलने की जानकारी दी।