आरजेडी पर भड़के मंत्री बिजेंद्र यादव, बोले- नीतीश की कृपा से दो बार डिप्टी सीएम बने 9वीं पास तेजस्वी
नीतीश के मंत्री बिजेंद्र यादव ने तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला है। और कहा कि अपने मां-बाप की कृपा से नहीं बल्कि नीतीश कुमार की कृपा से 9वीं पास तेजस्वी दो बार डिप्टी सीएम बने हैं।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने पहली बार तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होने कहा कि नीतीश कुमार की दरियादिली की वजह से 9वीं पास तेजस्वी दो बार डिप्टी सीएम बने। न कि अपने मां-बाप लालू- राबड़ी देवी की कृपा से। उन्होने कहा कि राबड़ी देवी को सीएम बनाने के पीछे उनके पिता का अहम योगदान था। फिर भी तेजस्वी ने सदन में ऐसा भाषण दिया। मानो वो सब कुछ जानते हों। 2005 में बिहार को जिस स्थिति में धकेल दिया गया था। उसकी तुलना आज के बिहार से की ही नहीं जा सकती है। ऊर्जा विभाग की बजटीय मांग पर बहस के बाद सरकार का जवाब देते हुए सदन में बिजेंद्र यादव ने बातें कहीं।
कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि आरजेडी के नेतृत्व वाले विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी कथनी और करनी में अंतर है। राज्य की प्रगति में कोई योगदान किए बिना उसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। ऊर्जा मंत्री ने आगे कहा कि मैं विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव का भाषण सुनकर आश्चर्यचकित रह गया। आधुनिक राजनीति के लिए यह सबसे बड़ा ख़तरा है कि नेता अपनी कथनी और करनी में तालमेल नहीं बिठाते। वो केवल खोखली बयानबाजी में विश्वास करते हैं, जबकि जो वास्तव में काम करते हैं वे गुमनाम रह जाते हैं।
ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव लालू-तेजस्वी पर हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर आरोप लगाने वालों को बताना चाहिए कि 1995 में किस तरह जनादेश लिया था और फिर 1997 में किसके साथ सरकार बनाई। लाश पर बिहार का बंटवारा करने की बात करने वालों ने सरकार बनाने के लिए 2000 में झारखंड का विभाजन कर दिया। जिस कांग्रेस ने जेल भेजा, उसी के साथ मिलकर सरकार चलाई। तेजस्वी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी मिला, उसमें उनके पिता का क्या योगदान है। उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने वाले नीतीश कुमार हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग नीतीश कुमार पर यू-टर्न का आरोप लगाते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि वे कांग्रेस के खिलाफ सत्ता में आने के बावजूद उसके साथ कैसे चले गये। वे क्रेडिट चाहते हैं, लेकिन वो संविधान को नहीं जानते हैं। कैबिनेट मंत्री मुख्यमंत्री की सहायता और सलाह देने के लिए होते हैं। लेकिन इन दिनों 'मौखिक क्रांतिकारी' बनने का चलन है। जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।'
कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री से बिहार को बार-बार आने वाली बाढ़ और अत्यधिक घनी आबादी से पैदा होने वाली कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज देने का आग्रह किया है। उन्होने बताया कि गरीबी रेखा से बाहर आने वाले लोगों की रिकॉर्ड संख्या नीतीश सरकार द्वारा पिछले 18 वर्षों में किए गए बड़े काम का प्रमाण है। जो नंगी आँखों से भी दिखाई देता है। लेकिन फिर भी जो लोग वास्तव में परफॉर्मेंस करते हैं उन्हें सही क्रेडिट नहीं मिलता है, जबकि जो लोग तुरही बजाने की कला जानते हैं उन्हें श्रेय मिलता है। यह भी बिहार की विडंबना है।
यादव ने कहा कि राज्य में बिजली के मामले में भी सुधार हुआ है और इसे अंधकार युग से पूरी तरह बाहर निकाला गया है और अब वितरण कंपनियों ने बिहार में पहली बार 215 करोड़ का लाभ हुआ है। उन्होने कहा कि गरीब हमेशा बिलों का भुगतान करने में तत्पर रहते हैं। लेकिन वीवीआईपी इलाकों से ही अनियमितता की खबरें आती हैं।
जब विपक्ष ने सस्ती बिजली की मांग को लेकर बढ़े हुए बिलों का मुद्दा उठाया तो मुख्यमंत्री ने भी हस्तक्षेप किया और कहा कि सदन के अंदर और बाहर हम लगातार कहते रहे हैं कि लोगों को मुफ्त बिजली नहीं दी जानी चाहिए। हम तो चुनाव में भी यह कहते रहे हैं। मुफ्त बिजली की मांग करने वालों को पता होना चाहिए कि लोगों को किस दर पर बिजली मिल रही है और सरकार कितना अनुदान देती है। विपक्ष की ओर से देश के अन्य राज्यों द्वारा मुफ्त बिजली दिए जाने की मांग उठाए जाने पर सीएम ने कहा कि पैसा लगने पर लोगों में सुरक्षा की भावना रहती है। हम गरीबों को सस्ती बिजली देते हैं। किसानों को मात्र 70 पैसे प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है।