बिहार में बड़ा हादसा; सेप्टिक टैंक में दम घुटने से चार की मौत, एक-दूसरे को बचाने में गई जान
पूर्वी चंपारण के ढाका नगर परिषद इलाके में सेप्टिक टैंक में गिरे मजदूर को बचाने के लिए टैंक में गए तीन और लोगों की मौत हो गई। सही इलाज न मिलने का आरोप लगाकर लोगों ने तोड़फोड़ की।
पूर्वी चंपारण के ढाका नगर परिषद क्षेत्र के लहन ढाका में नवनिर्मित मकान के शौचालय की टंकी का शटरिंग खोलने के दौरान गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। टंकी में भरी जहरील गैस में दम घुटने से ठेकेदार, एक मजदूर व दो ग्रामीणों की मौत हो गई। स्थानीय लोग आनन-फानन में सभी को अनुमंडलीय अस्पताल ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
आक्रोशित लोगों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर बवाल किया। इस दौरान अस्पताल की एक एंबुलेंस फूंक दी जबकि इमरजेंसी रूम, अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक सुधीर कुमार गुप्ता का मकान सह क्लीनिक, एनएनएम हॉस्टल आदि में जमकर तोड़फोड़ की।
शव रखकर किया सड़क जाम
आक्रोशितों ने सभी मृतकों का शव मोतिहारी-ढाका पथ पर रखकर जाम कर दिया। वे अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। करीब चार घंटे तक सड़क जाम रहा। एसडीओ निशा ग्रेवाल व डीएसपी अशोक कुमार ने आक्रोशितों को समझाने का प्रयास किया गया।
लेकिन वे नहीं मान रहे थे। इस दौरान पत्थरबाजी में जमादार रमन पासवान व महिला पुलिसकर्मी बिंदु कुमारी भी जख्मी हो गईं। बाद में पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिसके बाद आक्रोशितों की भीड़ तितर-बितर हो गई। तब जाकर शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इनकी हुई मौत
ठेकेदार ढाका थाना क्षेत्र के लहन ढाका निवासी हुसनैन अंसारी (40), मजदूर शिकारगंज थाना क्षेत्र के छोटकी भलुवहिया निवासी देवेंद्र यादव (45), ग्रामीण लहन ढाका निवासी वसी अहमद अंसारी (60) व अबु बकर (17)।
इलाज में लापरवाही का आरोप
बताया जाता है कि ढाका नगर परिषद क्षेत्र के लहन ढाका के उपेंद्र ठाकुर के नवनिर्मित मकान के शौचालय की टंकी की शटरिंग खोली गई थी। इसके लिए मजदूर देवेंद्र यादव अंदर गया। जब वह बेहोश हो गया तो उसे बचाने ठेकेदार हुसनैन अंसारी अंदर गया। जब वह भी बेहोश हो गया तो उसके चाचा वसी अहमद अंसारी तथा ग्रामीण अबु बकर अंदर गये। सभी बेहोश हो गये। आनन-फानन में सभी को ढाका अनुमंडल अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के क्रम में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चार लोगों की मौत से आक्रोशित लोगों ने अस्तपालकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। ऑक्सीजन नहीं रहने, समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने आदि कई आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। आक्रोशितों ने एक एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया। जबकि एक एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। वहीं अनुमंडलीय अस्पताल का फर्निचर सहित अन्य सामान तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार ने कहा कि अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है। मामले में दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।