Mahashivratri 2023: मधेपुरा के बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब, बाबा भोले का जलाभिषेक, महादेव की निकलेगी बारात
महाशिवरात्रि के मौके पर मधेपुरा के बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। मंदिर प्रांगण से भोलेनाथ की बारात निकाली जाएगी।
मधेपुरा में महाशिवरात्रि के मौके पर उत्तर बिहार के सबसे प्रसिद्ध बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर में शनिवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सिंहेश्वर धाम में शनिवार को भगवान भोलेनाथ के दर्शन का सिलसिला सुबह चार बजे से शुरू हो गया। सबसे पहले भगवान का दर्शन साधु संत और महंतों ने किया। वहीं जिला प्रशासन द्वारा भगवान भोलेनाथ की भव्य आरती की गई।
भीड़ बढ़ने से मंदिर परिसर में कतार लगने लगी है। इसके चलते गर्भगृह के बाहर ही अरघा लगा दिया गया। शनिवार सुबह शुरू हुआ दर्शनों का सिलसिला रविवार रातभर जारी रहेगा। वहीं महाशिवरात्रि को लेकर आज शाम लगभग 4 बजे बाबा मंदिर प्रांगण से भोलेनाथ की बारात निकाली जाएगी। बाबा की बारात में आकर्षक झांकी निकाली जाएगी। श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में असुविधा न हो इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
दुल्हन की तरह सजा सिंहेश्वर नाथ महादेव मंदिर
सिंहेश्वर नाथ महादेव मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। बारात मंदिर परिसर से निकलकर सिंहेश्वर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए गौरीपुर माता पार्वती के मंदिर पहुंचेगी। वहां वैदिक मंत्रोचार के बीच शिव विवाह संपन्न कराया जाएगा। महाशिवरात्रि का पर्व खासकर सिंहेश्वर वासियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन न सिर्फ बाबा की बरात का स्वागत करते हैं बल्कि पूरे शहर में दीपावली मनाते हैं। रथ पर सवार विवाह रचाने जा रहे भोलेनाथ की बारात संग प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधियों के साथ- लाखों शिव भक्त श्रद्धालु शामिल होते हैं। पूरे विधि विधान से बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाहोत्सव मनाया जाएगा।
हर-हर महादेव से गूंजा मंदिर
महाशिवरात्रि पर पूरे सिंहेश्वर धाम में हर-हर महादेव और ओंम नम: शिवाय की गूंज शुरू हो गई है। वहीं श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रण और एक माह तक चलने वाले श्री सिंहेश्वर मेला को लेकर जिला प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की हैं। मेला परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो मंदिर न्यास समिति और जिला प्रशासन इसका पूरा ध्यान रख रही है। मेला परिसर में अस्थायी एक मेला थाना भी बनाया गया है। जबकि मेला में विभिन्न प्रकारों के झूले, मौत कुआं सहित खरीदारी के दूकानों पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। आज से पूरे एक माह तक लोग इस मेले में लुत्फ उठाएंगे।