लोकसभा चुनाव: बिहार पुलिस हुई मुश्तैद, संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च; नक्सल जिलों के लिए खास रणनीति
लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गई है। संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया जाएगा। नक्सल प्रभावित जिलों के लिए खास रणनीति बनी है।
लोकसभा चुनाव के दौरान संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया जाएगा। राज्य में चुनाव को लेकर विशेष रूप से नक्सली क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों के तैनाती की अलग से रणनीति बनायी गयी है। गुरुवार को बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने चार प्रमंडलों मगध, तिरहुत, सारण एवं दरभंगा के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्य सचिवालय स्थित सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह बैठक की गयी। इस बैठक में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी, सभी संबंधित प्रमंडलों के आयुक्त, जिलों के डीएम व एसपी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। मुख्य सचिव श्री मेहरोत्रा ने बताया कि दो दिनों में उत्तर एवं दक्षिण बिहार के सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं एसपी सहित वरीय अधिकारियों के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की गयी।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराना हमारी प्राथमिकता है। जिलों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं तक हमारी नजर है। बिहार में चुनाव कराने के लिए 75 अर्धसैनिक बलों की कंपनियों की तैनाती की गयी है। नक्सल प्रभावित 12 से 14 जिलों के लिए अलग से पुलिस फोर्स तैनाती की रणनीति बनायी गयी है। झारखंड पुलिस के सहयोग से भी नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित किया जा रहा है।
बैठक में चुनावकर्मियों की तैनाती, सी-विजिल, लाईसेंसी हथियारों व हथियार विक्रेताओं की दुकानों की जांच, प्रतिदिन विधि व्यवस्था की रिपोर्ट भेजने की तैयारी सहित विभिन्न बिंदुओं पर किए गए कार्यो की जिलावार समीक्षा की गयी। चुनाव घोषणा के पूर्व प्रशासनिक एवं अन्य तैयारियों को पूरा करने को कहा गया।