लालबाग विवादः पटना कॉलेज व साइंस कॉलेज के आठ हॉस्टल सील
अशोक राजपथ स्थित लालबाग मोहल्ले के लोगों और पटना विश्वविद्यालय के मिंटो, जैक्सन और न्यू छात्रावास के छात्रों के बीच हुए बवाल में एक युवक की मौत के बाद आठ छात्रावासों को सील कर दिया गया। मंगलवार को...
अशोक राजपथ स्थित लालबाग मोहल्ले के लोगों और पटना विश्वविद्यालय के मिंटो, जैक्सन और न्यू छात्रावास के छात्रों के बीच हुए बवाल में एक युवक की मौत के बाद आठ छात्रावासों को सील कर दिया गया। मंगलवार को जिला प्रशासन और पुलिस ने पटना साइंस कॉलेज के फैराडे, कैवेंडिस और न्यूटन छात्रावास को सील कर दिया। वहीं, पटना कॉलेज के जैक्सन, मिंटो, न्यू हॉस्टल, इकबाल और नदवी छात्रावास को अगले आदेश तक सील कर दिया गया। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रासबिहारी सिंह, पटना कॉलेज के प्राचार्य रामाशंकर आर्या, वार्डेन डॉ. रणधीर कुमार सिंह और प्रॉक्टर डॉ. रजनीश कुमार की मौजूदगी में हॉस्टलों को सील कराया गया।
विवि प्रशासन व पुलिस प्रशासन सतर्क तो नहीं होती घटना
विश्वविद्यालय प्रशासन, कॉलेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन अगर सतर्क होता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। घटना के दो दिन पहले यानी शनिवार को कैवेंडिस और मिंटो छात्रावास के छात्रों में मारपीट हुई थी। यह घटना मेस में खराब भोजन को लेकर हुई थी। इसके बाद लड़के आक्रोशित होकर अशोक राजपथ जाम करने चले गए थे। रोड जाम करने के दौरान ही लालबाग के लोगों से भिंड़त हो गई थी। इसमें हॉस्टल के कई छात्र घायल हो गए थे। पुलिस के आने बाद मामला शांत हो गया था। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई सख्ती नहीं की गई। अगर उसी वक्त पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर कुछ कार्रवाई करते तो ऐसी नौबत नहीं आती।
रविवार को एक हॉस्टल के लड़के की गई थी पिटाई
हॉस्टलों के छात्रों का कहना है कि घटना वाली रात सोमवार को न्यू हॉस्टल का एक छात्र खाना खाने बाहर गया था। इस दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने हॉस्टल के लड़के की पिटाई कर दी। इसके बाद ही मामला भड़क गया। हॉस्टल के छात्रों को जानकारी हुई तो सभी सड़क पर आ गए। इस दौरान स्थानीय लोगों और हॉस्टल के लड़कों के बीच पथराव शुरू हो गया। छात्रों का आरोप है कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है। छात्रों का आरोप है कि स्थानीय लोगों ने जानबूझकर छेड़खानी की अफवाह फैलाकर मामले को तूल दे दिया गया।
सभी छात्रावासों पर कसी जाएगी नकेल
विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि सभी हॉस्टलों पर कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही बीएन कॉलेज छात्रावास, सैदपुर और रानीघाट के छात्रावास में औचक निरीक्षण करेगा। अवैध रूप से रह रहे एक भी छात्र को नहीं रहने दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने सख्त आदेश दिया है कि सभी हॉस्टलों से अवैध कब्जाधारियों को हटाया जाएगा। सीधे केस दर्ज होगा।