उपेंद्र कुशवाहा को सांसद ही नहीं, केंद्रीय मंत्री भी बनाएंगे पीएम मोदी लेकिन इस काम से बाद!
15 साल में नीतीश कुमार से बार-बार अलग होकर तीन पार्टी बना चुके बिहार के बड़े कोइरी नेता उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा ना सिर्फ राज्यसभा लाएगी बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट में मंत्री भी बनाएंगे।
बिहार से आम चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे दो राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर और मीसा भारती वाली सीट पर चुनाव की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विवेक ठाकुर की सीट पर बड़े कोइरी नेता और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए कैंडिडेट बनाया है। कुशवाहा काराकाट से लोकसभा चुनाव हार गए थे जहां भाजपा के बागी पवन सिंह निर्दलीय दूसरे नंबर पर रहे जबकि सीपीआई-माले के राजाराम कुशवाहा जीतकर दिल्ली पहुंच गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब 7 जून को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया तो वहां मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा की पीठ थपथपाई थी।
तब से चर्चा थी कि बिहार में कुशवाहा वोटर की एनडीए और भाजपा से नाराजगी दूर करने के लिए मोदी उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा में लाने के साथ-साथ अपने मंत्रिमंडल का हिस्सा बना सकते हैं। कुशवाहा का भाजपा कोटे से राज्यसभा आना तय है लेकिन उनके नाम के साथ भाजपा लिखा होगा या रालोमो, ये देखना दिलचस्प होगा। कुशवाहा सांसद तो जल्दी बन जाएंगे लेकिन मंत्री बनने के लिए उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीसरी सरकार के लिए 125 दिनों का रोडमैप पहले ही बना रखा था। तीसरी सरकार में शामिल मंत्रियों को उसे पूरा करने कहा गया है।
एनडीए सूत्रों के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा की मोदी मंत्रिमंडल में वापसी मोदी के रोडमैप की मियाद पूरी होने के बाद ही हो सकेगी। सूत्रों का कहना है कि बिहार के विधानसभा चुनाव से पहले उपेंद्र कुशवाहा को केंद्रीय मंत्री का पद मिल जाएगा, इस बात की पूरी संभावना है।
बिहार विधानसभा में एनडीए और महागठबंधन के विधायकों की संख्या इनती है कि भयानक क्रॉस वोटिंग ना हो तो दोनों खेमा अपनी-अपनी सीट बचा सकते हैं। भाजपा के विवेक ठाकुर की सीट से उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा राज्यसभा ले जा रही है। दूसरी सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू यादव की बेटी मीसा भारती की है। तेजस्वी यादव इस सीट पर हर हाल में राजद कैंडिडेट देंगे और कोई खेल नहीं हुआ तो अपनी सीट बचा लेंगे। एनडीए कैंप से अगर दूसरा कैंडिडेट उतारा जाता है तो वो नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से ही होगा।
बिहार से राज्यसभा की 2 सीट खाली है जिस पर उप-चुनाव होना है। 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में 5 पद खाली हैं। राज्यसभा चुनाव से पहले रुपौली सीट पर उप-चुनाव का नतीजा आ जाएगा। 4 सीट फिर भी खाली ही रहेंगे। ऐसे में 239 विधायकों पर 2 सीट के उप-चुनाव के लिए 80.66 वोट पर जीत तय होगी। दोनों खेमों के पास एक-एक सीट जीतने के लिए नंबर है। ऐसे में ये भी हो सकता है कि जेडीयू इस सीट पर कोई कैंडिडेट ना दे।
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले विधान परिषद की खाली एक सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को देने का वादा किया था। लेकिन उस सीट पर अब जेडीयू के महाबली सिंह कुशवाहा जा रहे हैं। चर्चा है कि जेडीयू और रालोमो के बीच भाजपा ने सीटों की अदला-बदली करवा दी है। अब जेडीयू का नेता विधान परिषद और उपेंद्र कुशवाहा राज्यसभा जाएंगे।
जनता दल से राजनीति में आए उपेंद्र कुशवाहा अपनी पूरी राजनीतिक पारी में नीतीश कुमार का साथ छोड़ते और वापस लौटते रहे हैं। 15 साल में तीन पार्टी बना चुके कुशवाहा ने 2009 में पहली बार राष्ट्रीय समता पार्टी बनाई थी। हर बार वो अपनी पुरानी पार्टी का जेडीयू में विलय करते हैं और आगे टूटकर नई पार्टी बनाते हैं। दूसरी बार उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बनाई थी। तीसरी बार उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाया जिसे चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नाम से मान्यता दी।