कटिहार के पास नया साल बिताने के लिए हैं ये पांच खास टूरिस्ट डेस्टिनेशन
अगर आप बिहार के कटिहार या आसपास के किसी रहते हैं और नया साल किसी खास जगह पर बिताना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है। कटिहार के आसपास कई खूबसूरत मंदिर और झीलें हैं जहां आप नया साल मना सकते है।
अगर आप कटियार या आसपास के किसी इलाके में रहते हैं और नया साल पहाड़ों, नदियों और झीलों के बीच रहकर बिताना चाहते हैं तो हम आपको उन खास टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बारे में बता रहे हैं जहां आप नया साल मना सकते हैं। इन जगहों में धार्मिक स्थल भी शामिल हैं जहां आप अपने परिवार के साथ जा सकते हैं। इसके अलावा पहाड़ और झील भी है जहां आप नेचर के बीच में अपना नया साल बिता सकते हैं।
गोरखनाथ मंदिर
गोरखनाथ मंदिर में लोग खास तौर पर भगवान शिव की पूजा करने जाते हैं। मंदिर के अंदर भगवान शिव की मूर्ति है जिसे गोरखनाथ महादेव के नाम से भी जाना जाता है। गोरखनाथ मंदिर को फूलों और गहनों से सजाया जाता है। शैव लोग इसे मनाने के लिए महा शिवरात्रि के अवसर पर इस स्थान पर जाते हैं।
बागी मठ
बागी गांव स्थित बागी मठ में भक्ति, आध्यात्मिकता और आस्था का संगम है। यह जगह अपने 108 कमरों के लिए जानी जाती है जो विभिन्न आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए बनाए गए हैं। यदि आप अपने मन को एकाग्रजित करने और अपने आध्यात्मिक स्तर को बढ़ाने के लिए कुछ दिन बिताना चाहते हैं तो आपके लिए ये जगह आदर्श जगह है।
गोगा झील
गोगा झील बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। गंगा और महानंदा से सीधे जुड़े होने के कारण यह झील हमेशा पानी से भरी रहती है। यहां कई प्रकार के जलीय जंतु और दुर्लभ पक्षी आते हैं। मॉनसून और सर्दियों के दौरान लगभग 300 प्रवासी पक्षी कैस्पियन सागर और साइबेरिया जैसे स्थानों से झील में आते हैं।
काली मंदिर
काली मंदिर ऐतिहासिक स्थल है जो देवी दुर्गा के अवतार देवी काली को समर्पित है। काली मूर्ति को काफी खूबसूरती से सजाया गया है जो आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है। दुर्गाष्टमी और दिवाली और नए साल पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
रामकृष्ण मिशन आश्रम
1925 में प्लेग और मलेरिया के रोगियों को राहत देने के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम बनाया गया था। उसके बाद इसने धीरे-धीरे इसे मंदिर में बदल दिया गया। लगभग नौ दशकों की अवधि में यह केंद्र रामकृष्ण मिशन के सबसे सक्रिय केंद्रों में से एक बन गया है।