गम व गुस्से के बीच शहीद जवान विशाल पंचतत्व में विलीन, गंगा घाट पर अंतिम सलामी
कश्मीर में श्रीनगर के मैसुमा स्थित लाल चौक पर आतंकी हमले में शहीद हुए मुंगेर के सीआरपीएफ जवान विशाल का पार्थिव शरीर बुधवार को मुंगेर स्थित उनके घर पहुंचा। सुल्तानगंज गंगा घाट पर दाह संस्कार हुआ।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के मैसुमा स्थित लाल चौक पर आतंकी हमले में शहीद हुए मुंगेर के सीआरपीएफ जवान का बुधवार को सुल्तानगंज गंगा घाट पर दाह संस्कार हुआ। 41 वर्षीय जवान हवलदार विशाल कुमार मुंगेर के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के नाकी, लोहची गांव के रहने वाले थे।
पूरे राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि दिवंगत जवान की सात वर्षीय बड़ी पुत्री बिहू भारती ने दी। मुंगेर व भागलपुर जिला प्रशासन की ओर से डीएम, एसएसपी, एसपी सहित कई अन्य वरीय अधिकारी व सीआरपीएफ के अधिकारी गंगा घाट पर मौजूद थे। भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि हमलोग शोकाकुल परिवार के साथ हैं। मौके पर बड़ी संख्या में आमलोग भी मौजूद थे। सभी के चेहरे पर गम व गुस्सा साफ देखा जा सकता था।
मौके पर सुल्तानगंज विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल सहित, भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी बाबूराम, मुंगेर डीएम नवीन कुमार, एसपी जगुनाथ जल्ला रेड्डी, एसपी अभियान मुंगेर कुणाल कुमार तथा सीआरपीएफ के कमांडेंट योगेन्द्र सिंह मौर्य, कमांडेंट कोबरा रवि शंकर, उप कमांडर विजेन्द्र मीणा, मनोज कुमार आदि उपस्थित थे।
शहीद को अंतिम विदाई के दौरान दिया गार्ड ऑफ ऑनर
हवेली खड़गपुर (मुंगेर)। प्रखंड की नाकी पंचायत के नाकी लोहची गांव में बुधवार को शहीद विशाल की अंतिम यात्रा की तैयारी के पूर्व उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। नम आंखों के बीच हजारों ग्रामीणों की मौजूदगी में शहीद सीआरपीएफ जवान विशाल की शहादत को नमन करते हुए सबकी आंखें नम थीं। जैसे ही मातमी धुन बजाया गया हर कोई गम में डूब गया।
गांव और घर के बच्चे, महिला, बुजुर्ग, युवा सभी की आंखों से आंसू छलक रहे थे। पत्नी बबीता एकटक अपने पति विशाल के पार्थिव शरीर को देखकर रह रहकर दहाड़ मारकर रो रही थी। वृद्ध पिता सरयुग मंडल बेसुध हो जा रहे थे। परिजनों की चीख पुकार से माहौल गमगीन दिखा।
नाकी गांव से निकाली गई शहीद की शवयात्रा:
इससे पूर्व नाकी लोहची गांव से शहीद की शवयात्रा निकलने के बाद तारापुर असरगंज के रास्ते पार्थिव शरीर सुल्तानगंज गंगा घाट पर लाए जाने के बाद साथ आए सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पार्थिव शरीर को वाहन से उतारा। जहां उपस्थित विधायक सहित दोनों जिलों के अधिकारियों एवं सीआरपीएफ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। वहीं जवानों द्वारा हवाई फायरिंग कर शहीद जवान को सलामी दी गई। इसके बाद अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की गई। भागलपुर जिला प्रशासन द्वारा गंगा घाट पर वाहन पार्किंग से लेकर सारी सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की थी।
चार भाई में सबसे छोटा था शहीद विशाल:
सुल्तानगंज। नाकी, लोहची गांव निवासी सेवानिवृत्त रेलकर्मी सरयुग मंडल के सबसे छोटे पुत्र सीआरपीएफ जवान हवलदार विशाल कुमार की शहादत हो जाने पर उनके अंतिम संस्कार में सुल्तानगंज गंगा घाट पर पहुंचे दिवंगत जवान के दो बड़े भाई घनश्याम मंडल व चन्द्रशेखर मंडल ने बताया कि हम चार भाईयों में विशाल सबसे छोटा और परिवार का दुलारा था। मेरे बड़े भाई की पिछले साल ही कोरोना से मौत हो चुकी है।
बड़े भाई के चले जाने से अभी घर-परिवार के लोग संभल भी नहीं पाए थे कि इसी बीच छोटे भाई की शहादत की खबर आ गई। इससे परिवार में गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। छोटा भाई विशाल होली की छुट्टी में घर आया था तथा बड़ी पुत्री बिहू भारती का स्कूल में दाखिला कराकर 25 मार्च को उसने ड्यूटी ज्वाइन की थी। शहीद भाई का अंतिम संस्कार करने फिलहाल विभाग द्वारा 50 हजार रुपए की आर्थिक सहयोग की गई है। इधर अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए सीआरपीएफ के उप कमांडेंट विजेन्द्र मीणा व डीआईजी विमल कुमार विष्ट ने बताया कि शहीद विशाल के आश्रित को सरकार द्वारा घोषित सुविधाओं एवं मुआवजा राशि नियमानुसार दिए जाएंगे।
आतंकियों ने लाल चौक पर सीआरपीएफ सेक्शन पर किया था हमला:
सीआरपीएफ के डीआईजी विमल कुमार विष्ट ने बताया कि चार अप्रैल को लाल चौक पर भीड़ का फायदा उठाते हुए आतंकियों ने सीआरपीएफ के सेक्शन पर हमला कर दिया। इससे दो जवान एक एसआई व एक कांस्टेबल घायल हो गए। इसमें इलाज के दौरान एक कांस्टेबल विशाल शहीद हो गए। वहीं दूसरे का इलाज चल रहा है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर पटना आने पर सीआरपीएफ ने उसे उनके घर पर लाया। परिजनों के इच्छानुसार पार्थिव शरीर का सुल्तानगंज गंगा घाट पर राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा घोषित अनुग्रह राशि 11 लाख रुपए का चेक शहीद के आश्रित को सुपुर्द कर दिया।