तटबंध टूटने से डूबे गांव, एनएच सड़क पर तीन फीट भरा पानी, आवागमन की समस्या बरकरार, जानिए कहां-कितना पानी
बिहार के पूर्वी हिस्से में पानी अपना असल रुप दिखा रहा है। कई जिलों में तेज बारिश से तटबंध टूट गए हैं। इससे पानी घरों के साथ-साथ सड़कों पर भर गया है। लोगों को घरों से निकलने में मुश्किलें आ रही हैं।
कोसी और सीमांचल के जिलों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। सुपौल और मधेपुरा जिले में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। भिट्ठामोड़-चोरौत एनएच पर तीन फीट पानी बह रहा है। गाड़ियों और लोगों के आवागमन में भारी समस्या हो रही है। कटिहार जिले में गंगा, कोसी और बरंडी नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई तो पूर्णिया में परमान नदी पर उफान पर रही।
अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र की दरगाहीगंज पंचायत के वार्ड संख्या तीन स्थित सिमरबनी तथा खरसाही नहर का तटबंध टूट जाने से वार्ड संख्या 03 में पानी घुस जाने से सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। कोसी नदी का जलस्तर कोसी बराज पर शुक्रवार शाम चार बजे एक लाख 85 हजार 800 क्यूसेक डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया। जल संसाधन विभाग वीरपुर के मुख्य अभियंता ई वरुण कुमार ने बताया कि कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बराज के 24 फाटक खोले गए हैं।
खगड़िया जिले में कोसी व बागमती नदी के जलस्तर में शुक्रवार को तीसरे दिन भी वृद्धि दर्ज की गई। जिले के बलतारा में 95 सेंटीमीटर पिछले 24 घंटे में बढ़ी। वही संतोष स्लुईस गेट के पास बागमती नदी में पिछले 24 घंटे में एक मीटर 53 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई।व ही बेलदौर प्रखंड अंतर्गत कैंजरी गांव के पास ग्रामीण सड़क पर पानी पहुंच गया है जिससे लोगों की आवागमन में परेशानी बढ़ गई है।
कटिहार में गंगा, कोसी और बरंडी नदी के जलस्तर में बढ़ाने का सिलसिला जारी है। महानंदा नदी के जलस्तर में आंशिक वृद्धि के बाद दोपहर से गिरावट हो रही है। हालांकि महानंदा नदी का पानी छह बिंदुओं पर खतरे के निशान से डेढ़ से दो फीट ऊपर है। इसके कारण कदवा प्रखंड की तटबंध और नदी के बीच स्थित पंचायत के गांवों में पानी फैलने लगा है।