IGIMS: रैगिंग के दोषी 5 छात्र-छात्राओं को 10 दिनों के लिए किया निष्कासित, छात्रा को भी चेतावनी
आईजीआईएमएस के रैगिंग के दोषी मिले पांच छात्रों को 10 दिन के लिए कॉलेज से निष्कासन की सजा दी गई है। सजा पाने वालों में फिजियोथेरेपी 2021 बैच के विद्यार्थी हैं। इनमें चार छात्राएं और एक छात्र शामिल हैं।
आईजीआईएमएस के रैगिंग के दोषी मिले पांच छात्रों को 10 दिन के लिए कॉलेज से निष्कासन की सजा दी गई है। सजा पाने वालों में फिजियोथेरेपी 2021 बैच के विद्यार्थी हैं। इनमें चार छात्राएं और एक छात्र शामिल हैं। प्राचार्य डॉ. रंजीत गुहा के नेतृत्व में गठित कमेटी ने यह सजा सुनाई है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संस्थान के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार को भी भेज दी है। सजा पाए पांचों छात्रों के माता-पिता को भी फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट से सत्यापित शपथ पत्र देना होगा। इसमें उनके बच्चे दोबारा ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे, इसकी गारंटी देनी होगी। दोबारा ऐसा होता है तो कॉलेज से निष्कासन तक की सजा को मंजूर किए जाने का भी उल्लेख करना होगा।
क्या है मामला
सत्र 2022 बैच की फिजियोथेरेपी की एक छात्रा ने अपने सीनियर छात्रों पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। अपने माता-पिता के साथ आकर उसने इस महीने 4 मार्च को फिजियोथेरेपी के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार और संस्थान के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार से मिलकर शिकायत की थी। उसके माता-पिता ने भी आरोपी छात्रों पर कार्रवाई की मांग निदेशक से की थी। शिकायत के बाद प्राचार्य डॉ. रंजीत गुहा के नेतृत्व में एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू की। टीम में डॉ. संगीता पंकज और डॉ. परवेज भी शामिल थे। लगातार सात दिनों तक रैगिंग के आरोपी छात्रों और आरोप लगाने वाली छात्रा से पूछताछ, वीडियो फुटेज देखने के बाद कमेटी ने पांच को दोषी पाया। सभी को 10 दिन की सजा दी गई है।
आरोप लगाने वाली छात्रा को भी चेताया
प्राचार्य ने बताया कि आरोप लगाने वाली छात्रा को भी चेतावनी दी गई है। वीडियो फुटेज में छात्रा खुद कई बार सीनियर छात्रों से उलझती दिखी है। उसे सीनियर छात्रों को इज्जत देने और यथायोग्य व्यवहार करने को कहा गया है। सजा की अधिकारिक घोषणा निदेशक स्तर पर नहीं की गई है। रैगिंग के सभी आरोपी छात्र सत्र 2021 बैच के हैं।