नालंदा और रोहतास में कैसे हैं हालात ? 173 उपद्रवी गिरफ्तार, 18 एफआईआर
रामनवमी के मौके पर नालंदा और रोहतास में हुई हिंसात्मक घटनाओं के बाद अब स्थिति शांतिपूर्ण है। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से हर स्तर पर एहतियात बरती जा रही है।
रामनवमी के मौके पर नालंदा और रोहतास में हुई हिंसात्मक घटनाओं के बाद अब स्थिति शांतिपूर्ण है। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से हर स्तर पर एहतियात बरती जा रही है। यह जानकारी एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ में लहेरी थाना, बिहार थाना समेत अन्य थानों में 15 एफआईआर दर्ज का जा चुकी है। इसमें अब तक 130 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक एक व्यक्ति के मरने की सूचना है। वहीं, रोहतास में 3 एफआईआर दर्ज कर 43 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सुरक्षा के मद्देनजर नालंदा में बिहार सशस्त्र बल की 3 कंपनी, आईटीबीपी की 1, रैफ की 2, एसएसबी की 3 कंपनियों के अलावा 100 लाठी पार्टी भी तैनात हैं।
रोहतास में बिहार सशस्त्र बल की 2, एसएसबी की 2, रैफ की 1 और 200 लाठी पार्टी तैनात हैं। यह स्थानीय प्रशासन को निर्णय लेना है कि कितने दिनों तक अतिरिक्त बलों की तैनाती की इन शहरों में आवश्यकता है। दोनों शहरों में 4 अप्रैल तक इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है। स्थिति को देखते हुए धारा 144 लागू करने का निर्णय भी स्थानीय प्रशासन का ही होगा।
एडीजी ने कहा कि सासाराम में बम विस्फोट की घटना कोई सांप्रदायिक घटना नहीं है। यह आपराधिक गतिविधि है, जिसकी जांच के लिए रोहतास नगर थाने में 10 लोगों को अभियुक्त बनाते हुए एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में घायल 6 अभियुक्तों का इलाज पुलिस की सुरक्षा में वाराणसी में चल रहा है। ठीक होने पर इन्हें हिरासत में ले लिया जाएगा। कहा कि सोमवार सुबह रोहतास नगर क्षेत्र में एक घर में विस्फोट होने की अफवाह फैली, लेकिन जांच में पता चला कि यह पटाखा था।
उन्होंने कहा कि नालंदा और रोहतास में हुई घटनाओं से संबंधित डिजिटल, मौखिक, भौतिक समेत अन्य सभी तरह के साक्ष्यों की सघन जांच होगी। इस आधार पर घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा और इसके लिए वास्तविक रूप से दोषियों की पहचान की जाएगी। जितने लोगों की अब तक गिरफ्तारी हुई है, उन सभी से पूछताछ होगी और उनकी पृष्टभूमि की भी जांच होगी। एडीजी गंगवार ने रोहतास से किसी समुदाय के लोगों के पलायन की बात से इनकार करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात अब तक सामने नहीं आई है। स्थानीय प्रशासन ने कंट्रोल रूम के नंबर उपलब्ध करा दिए हैं, जिस पर कोई भी संपर्क कर सकता है।