Hindustan Special: मुंगेर में बच्चों के साथ बुजुर्ग भी सीख रहे क-ख-ग, जीविका दीदियां कर रहीं ज्ञान दान
मुंगेर जिले में 596 वॉलंटियर के सहारे 6 हजार बच्चे तथा वैसे लोग जो अपना हस्ताक्षर भी नहीं कर पाते हैं, उन्हें अक्षर ज्ञान दिया जा रहा है। इसमें जीविका दीदियां बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
हिन्दुस्तान विशेष : बिहार के मुंगेर में अब बच्चों के साथ-साथ बुजुर्ग भी अक्षर ज्ञान ले रहे हैं। जिले में स्वरोजगार के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भी जीविका दीदियों ने कदम बढ़ाया है। गरीब बच्चों को शिक्षा देने के लिए जगह-जगह शिक्षण केंद्र खोले हैं। अब तक जिले के दो प्रखंड तारापुर और संग्रामपुर में जीविका की ओर से शिक्षा केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों में सीमित संसाधनों के बीच लोगों को साक्षर करने का काम जीविका कर रही है। आलम यह है कि अब आम लोग भी शिक्षण संस्थान के संचालन में रुचि लेने लगे हैं। नि:स्वार्थ भाव से अपना श्रमदान भी दे रहे हैं।
जीविका कार्यालय के प्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि मुंगेर जिले में 596 वॉलंटियर के सहारे 6 हजार बच्चे तथा वैसे लोग जो अपना हस्ताक्षर भी नहीं कर पाते हैं, उन्हें अक्षर ज्ञान दिया जा रहा है। इसमें जीविका दीदियां बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। इसके अलावा समर कैंप के माध्यम से भी बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। इसमें विभागीय अधिकारियों व कर्मियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
अन्य प्रखंडों में भी जल्द खुलेगा शिक्षण संस्थान
इस बाबत जीविका के डीपीएम गुरुदेव ने बताया कि आम लोगों को शिक्षित करने के मामले में मुंगेर जिला नंबर वन पर है। यह उपलब्धि जीविका कर्मियों की मेहनत का परिणाम है। जिले को यह उपलब्धि 596 वोलेंटियर के आधार पर मिला है। इस उपलब्धि के बाद जीविका नई ऊर्जा के साथ इस काम को अंजाम दे रही है। जीविका जल्द ही तारापुर व संग्रामपुर के अलावा जिले के अन्य प्रखंडों में भी शिक्षण संस्थान खोलने की तैयारी कर रही है। बच्चों तथा निरक्षर लोगों में शिक्षा बांटने का यह काम जारी रहेगा। इसमें जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन की ओर से काफी सहयोग मिल रहा है।