Hindustan Exclusive: पटना पीएमसीएच में कैंसर मरीजों की दवा खरीद में गड़बड़ी
बिहार का राजधानी पटना स्थित पीएमसीएच में कैंसर पीड़ित गरीब मरीजों की दवा खरीद में गड़बड़ी की बात सामने आई है। दवाएं निर्धारित कीमत से चार से पांच गुनी ज्यादा पर खरीदने का आरोप है। प्रथमदृष्टया जांच...
बिहार का राजधानी पटना स्थित पीएमसीएच में कैंसर पीड़ित गरीब मरीजों की दवा खरीद में गड़बड़ी की बात सामने आई है। दवाएं निर्धारित कीमत से चार से पांच गुनी ज्यादा पर खरीदने का आरोप है। प्रथमदृष्टया जांच में आरोप सही पाए गए हैं।
इसके बाद अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। कमेटी को पंद्रह दिनों में रिपोर्ट देनी है। कमेटी यह जांच करेगी कि कितने की दवा खरीद में गड़बड़ी हुई है। वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक कैंसर मरीजों को दी गई दवा की खरीद की जांच होगी। कैंसर के गरीब मरीजों के लिए दवा मुख्यमंत्री राहत कोष से खरीदी गई है। इसके बाद यह मामला अतिसंवेदनशील माना जा रहा है। दरअसल, जनवरी महीने में एक होटल में आयोजित कार्यशाला में उपस्थित स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के सामने ही एक मरीज ने कैंसर विभाग में हो रही गड़बड़ी के मामले को उठाया था। इसके बाद अधीक्षक ने इसकी जांच की तो पाया कि प्रथम दृष्टया शिकायत सही है।.
50 हजार तक मिलती है मदद
गरीबी रेखा से नीचे के कैंसर मरीजों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दवा खरीद के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। आर्थिक सहायता लेने के लिए कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष जरूरी कागजात और बीमारी के आधार पर आर्थिक सहायता की अनुशंसा करते हैं। ऐसे मामले में मरीजों को 50 हजार रुपये तक की मदद होती है। यह राशि दवाओं पर खर्च की जाती है।
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार, मुख्यमंत्री राहत कोष से कैंसर मरीजों को मिलने वाली राशि में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी की बात सामने आई है। तीन सदस्यीय समिति जांच कर रही है। जांच के संदर्भ में विभाग से मिले निर्देश की मुझे जानकारी नहीं है।