Hindudstan Special: बिहार में गांव-गांव घूमेंगे ज्ञान रथ, किसानों को सिखाएंगे उन्नत खेती और पशुपालन के गुर
एक ज्ञान रथ की लागत करीब सवा करोड़ रुपये है। राज्य सरकार ऐसे चार रथ तैयार करवा रही है। इसके लिए 5 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। मुंगेर इलाके में रथ घूमने भी लगे हैं।
Hindudstan Special: बिहार के किसानों को खेती और पशुपालन के गुर सिखाने के लिए ज्ञान रथ घूमेंगे। ऐसे चार वाहन तैयार किए जा रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर को दी गई है। एक ज्ञान रथ को तैयार करने में सवा करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, कृषि विश्वविद्यालय सबौर, पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना और बामेती पटना को इसके संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। कृषि विभाग की ओर से रथ तैयार करने और संचालन के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
कृषि विशेषज्ञ और पशु चिकित्सक रथ पर साथ रहेंगे। मुंगेर इलाके में रथ घूमने भी लगे हैं। रथ में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक साथ में चलते हैं। प्रत्येक गांव के चौपाल में संध्या के समय किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक उन्नत खेती की जानकारी देते हैं। रबी और खरीफ मौसम के हिसाब से संबंधित फसलों की जानकारी के लिए कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहेंगे। कृषि विज्ञान केंद्रों की भी इसमें मदद ली जा रही है।
मिट्टी जांच के लिए सैंपल भी लिए जा रहे
ज्ञान रथ पर मिट्टी जांच की भी सुविधा है। इच्छुक किसान मिट्टी जांच के लिए सैंपल दे सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न फसलों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। अभी किसानों को मिट्टी जांच के लिए भटकना पड़ता है।
लघु फिल्म दिखाई जा रही
रथ में प्रोजेक्टर लगाए गए हैं। इसके जरिए लघु फिल्म दिखाकर किसानों को उन्नत खेती की जानकारी दी जा रही है। उन्नत बीज का प्रयोग, खेत तैयार करना, उर्वरक का उचित मात्रा में प्रयोग, जलवायु परिवर्तन के चलते आ रहे बदलावों की बारे में भी जानकारी दी जा रही है।