मिड डे मील खाने से बिगड़ी 40 बच्चों की तबीयत, खाने में छिपकली की चर्चा, परिजनों ने किया प्रदर्शन
औरंगाबाद के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद एक साथ 40 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। खाने में छिपकली मिलने की चर्चा से बच्चे दहशत में आ गए।

औरंगाबाद के रफीगंज प्रखंड के राजकीय मिडिल स्कूल अरथुआ हिंदी में शुक्रवार को मिड डे मील के बाद बच्चे बीमार हो गए। सभी बच्चों को मामूली इलाज के बाद घर भेज दिया गया। एक दो बच्चे उल्टी करने लगे और उनके पेट में दर्द शुरू हुआ। इसके बाद मध्यान भोजन में छिपकली मिलने की बात कही गई, जिसके बाद सभी बच्चे रोने-चिल्लाने लगे और अफरा-तफरी सी मच गई।
हालांकि 40 बच्चों ने ही खाना खाया था पर दहशत के मारे सभी बच्चों को अस्पताल भेजना पड़ा। घटना की सूचना आनन-फानन में कासमा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस अपने वहां से ही बीमार बच्चों को अस्पताल पहुंचना शुरू की। इसके बाद सीएससी से एंबुलेंस आया और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। प्रशासनिक महकमे में यह घटना आग की तरह फैली।
एसडीओ सदर संतन कुमार सिंह समेत एसडीपीओ-2 अमित कुमार, सीओ भारतेंदु सिंह, बीडीओ उपेन्द्र कुमार दास, डीईओ सुरेंद्र प्रसाद, बीईओ विनय शंकर दूबे आदि अधिकारी सीएचसी पहुंचे और पीड़ित छात्रों से मिलकर घटना की जानकारी ली। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सभी छात्र खतरे से बाहर हैं। सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
स्कूल में जब खाने में छिपकली गिरने की बात सामने आई और कुछ बच्चे बीमार पड़ने लगे तो अन्य बच्चे दहशत में हो गए। एसडीपीओ ने कहा कि एमडीएम मात्र 40 बच्चों ने लिया था। जब यह बच्चे फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आए और रोने-चिल्लाने लगे तो देखकर अन्य बच्चे दहशत में हो गए और बिना खाना खाए ही बीमार पड़ गए। एमडीएम के चावल में छिपकली गिरे होने और बच्चों के बीमार होने की घटना ग्रामीण तक पहुंचते ही वे विद्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।