Hindi Newsबिहार न्यूज़Harsh Raj murder case Accused Chandan Yadav expelled from AISA demand for action against culprits

हर्ष राज हत्याकांड: आरोपी चंदन यादव AISA से बर्खास्त, कॉलेज में कई बार कर चुका है मारपीट

हर्ष राज की हत्या का आरोपित चंदन यादव वामपंथी छात्र संगठन आइसा का सदस्य रहा है। आइसा की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि पूर्व में चंदन आइसा का सदस्य था, पर अभी किसी पद पर नहीं है।

Malay Ojha हिन्दुस्तान, पटनाTue, 28 May 2024 11:16 PM
share Share

पटना के बीएन कॉलेज के छात्र हर्ष राज की हत्या का आरोपित चंदन यादव वामपंथी छात्र संगठन आइसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन, AISA) का सदस्य रहा है। आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार और राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व में चंदन आइसा का सदस्य था, पर अभी किसी पद पर नहीं है। आइसा ने तत्काल प्रभाव से उसे प्राथमिक सदस्यता से भी बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि चंदन यादव पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में भी काफी सक्रिय रहा है। वो पटना कॉलेज में बीएमसी का छात्र है। इसके अलावा वर्तमान समय में लगातार लोकसभा चुनाव में कई जगहों पर प्रचार में सक्रिय दिख रहा था। उस पर पटना कॉलेज में कई बार मारपीट का आरोप भी लगा है।

डांडिया में हुए विवाद के प्रतिशोध में 8 माह बाद मास कम्युनिकेशन के विद्यार्थी और उसके साथियों ने छात्र हर्ष राज को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद पटना पुलिस की एसआईटी ने बिहटा के अम्हारा से चंदन कुमार को गिरफ्तार किया है। सोमवार की देर रात ही चंदन अपने घर से पकड़ा गया। वह पटना कॉलेज के मास कम्युनिकेशन के आखिरी वर्ष का छात्र है। पुलिस का दावा है कि चंदन ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने हर्ष के साथ मारपीट करने के अलावा लाइनर का काम भी किया था। 

हत्या में आरोपित छात्रों को विश्वविद्यालय से किया जाएगा निष्कासित
इस बीच पटना विश्वविद्यालय प्रशासन ने लंबे समय बाद बड़ा फैसला लिया है। हत्या में आरोपित जितने भी छात्र हैं, उन्हें कॉलेज और विश्वविद्यालय से निष्कासित किया जाएगा। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार दोषी छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके पहले छात्रों से कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा।  विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. रजनीश कुमार ने बताया कि यह बहुत बड़ी घटना है। अगर अब छात्रों पर कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति भयावह हो जाएगी। ऐसे में विश्वविद्यालय ने हत्या में आरोपित छात्रों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्हें विश्वविद्यालय से नियम के तहत निष्कासित किया जाएगा। किसी भी सूरत में दोषियों पर कार्रवाई होगी।  

अगला लेखऐप पर पढ़ें